अरावली के पहाड़ों में गूंजे माँ शाकंभरी के जय जयकार के नारे...

अरावली के पहाड़ों में गूंजे माँ शाकंभरी के जय जयकार के नारे...


माँ शाकंभरी के प्राकट्य महोत्सव पर मैया को 7 हजार फीट चुनरी अर्पित की...
 मां शाकंभरी के प्राकट्य महोत्सव पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब...
उदयपुरवाटी।
"मैया की चुनरी ,चुनरी सुहानी ,चुनरी को रंग प्यारो"जय माता दी..., जय माता दी..., जय माता दी..., तूने मुझे बुलाया शेरावाली ऐ..., माँ शेरावालिए तेरा शेर आ गया...। ऐसे भजनों पर झूमते भक्तों  ने, हाथों में थामे 2 रोल 7 हजार फीट की लंबी माता की चुनरी, नगाड़े बजाते हुए गुर्जर समाज के गोठिए, आमजन द्वारा की जा रही पुष्पवर्षा, डीजे पर बजते माता के भजनों पर नाचते गाते महिला व पुरुष श्रद्धालु, होठों पर माता के जयकारे। ऐसा ही श्रद्धा से सराबोर दृश्य शुक्रवार को उदयपुरवाटी से शाकम्भरी तक अरावली की हरियाली पहाडिय़ों के बीच दिखाई दिया। 
प्रख्यात शक्तिपीठ शाकंभरी माता के प्राकट्य महोत्सव को लेकर क़स्बे के गणपति मेर्रिज गर्दन से शुरू हुई। विश्व शाकंभरी कुटुंब की ओर से चुनरी पदयात्रा का दृश्य देखते ही बन रहा था। हजारों श्रद्धालु इस विशाल चुनरी पदयात्रा में शामिल हुए। झुंझुनूं रोड स्थित गणपति मैरिज गार्डन के परिसर में शाकंभरी माता के महंत दयानाथ महाराज, विश्व शाकंभरी कुटुंब परिवार के संयोजक सुभाष अग्रवाल कोलकाता, सुरेंद्र कुमार कानपुर, श्याम बिंदल नीमच आदि ने विधिवत पूजा करके पदयात्रा को रवाना किया। यहां से रवाना होकर यह चुनरी पदयात्रा 3 नंबर चुंगी, मुख्य टिटेडा, पांच बती, पुरानी सब्जी मंडी, बस स्टैंड , शाकंभरी गेट होते हुए करीब 18 किलोमीटर चलकर मां शाकंभरी के दरबार में पहुंची। श्रद्धालुओं ने जयकारों की गूंज और गीतों पर नाचते गाते हुए चुनरी को मां शाकंभरी की ब्रह्माणी व रुद्राणी प्रतिमाओं को अर्पित किया। कार्यक्रम में देश-विदेश से आए मैया के भक्तों ने पदयात्रा में भाग लिया। इस दौरान पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा की पत्नी निशा कंवर,भाजपा नेता रवि सैनी, जिला मंत्री रामस्वरूप सैनी, भाजपा नेता नितेश सैनी, पवन कुमावत, पार्षद शिवदयाल उर्फ पिंटू स्वामी, राहुल ओला,  राहुल चेजारा, शोभित सक्सेना, अंकित सैनी, बाबू खान, सुमित स्वामी, रमाकांत मित्तल, विक्रम सिंह, मोनिका अग्रवाल, शुशील सैनी,राजू अग्रवाल, रेणु गुप्ता,अंकित जांगिड़,शौकीन,रघुवीर सैनी, आदि मौजूद थे

 पुष्पवर्षा से जगह जगह यात्रा का किया स्वागत                       बॉक्स 
विश्व शाकंभरी कुटुंब की ओर से मां शाकंभरी की इस विशाल चुनरी पदयात्रा का कस्बे समेत पूरे मार्ग में जगह-जगह स्वागत किया गया। जमात, चुंगी नंबर 3, जांगिड़ मोहल्ला, पांच बत्ती, मुख्य बाजार, पुलिस थाने, शाकंभरी गेट, गुरारा मोड़, कोट गांव, कोट बांध, सकराय स्कूल आदि स्थानों पर अनेक श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा से चुनरी पदयात्रा का स्वागत किया। 
इनका भी रहा सहयोग                      बॉक्स 
पदयात्रा को सफल बनाने के लिए बेसहारों की आवाज संगठन, शाकंभरी कंस्ट्रक्शन, प्रदीप फ्रूट कम्पनी,जमात वासी,सैनी समाज समेत अनेक कार्यकर्ता आदि ने भी आगे आकर श्रद्धालुओं के लिए जलपान आदि की व्यवस्थाएं की। 
इस बार करीब हजार चुनरियों की बनी 7हजार फीट लंबी चुनरी                   बॉक्स  
1हजार से अधिक चुनरी जोडक़र माता शाकंभरी के प्राकट्य महोत्सव के लिए माता शाकंभरी के अर्पण करने के लिए 7हजार फीट लंबी चुनरी तैयार हुई। इनको एक साथ जोडऩे का कार्य किया गया। गणपति मैरिज गार्डन से सकराय धाम तक करीब  20किमी. लंबे धार्मिक समागम में हजारों पदयात्री शामिल हुए।  पदयात्री 7हजार फीट लंबी (करीब सवा 2किलोमीटर) चुनरी को हाथों में थामे श्रद्धालु सकराय पहुंचे। इसके साक्षी देश-विदेश से आए माता के हजारों भक्त भी बने। चुनरी माता की ब्रह्माणी व रुद्राणी प्रतिमाओं को अर्पण की गई। 7हजार फीट लंबी चुनरी के लिए 3500-3500फीट के 2 रोल तैयार किए गए। पदयात्रा में माता की प्रतिमा के सामने ज्योत लेकर सबसे आगे रथ चल रहा था और दो घोड़ी पर मां के दो निशान रवाना किए गए।