अमरसर के श्री महाकाली शक्तिपीठ मंदिर का मामला
प्रशासन द्वारा मंदिर के द्वार को तोड़ने से ग्रामीणों में रोष
गुस्साए ग्रामीणों ने किया विरोध-प्रदर्शन प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
चौमू निस।ग्राम पंचायत अमरसर इलाके में स्थित प्राचीन श्री महाकाली शक्तिपीठ मंदिर में प्रशासन द्वारा मुख्य द्वार को तोड़ने से ग्रामीणों व श्रद्धालुओं में रोष व्याप्त है। गुस्साए ग्रामीणों ने मंदिर परिसर के बाहर प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। ग्रामीणों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है। जानकारी के मुताबिक काली माता मंदिर में क्षेत्र ही नहीं, दूर दराज के इलाकों से भी बड़ी संख्या में लाखों श्रद्धालु आते है। मंदिर में तोड़फोड़ होने पर भक्तों की भावना को ठेस पहुंची है मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना को लेकर ग्रामीणों और श्रद्धालुओं ने रोष व्याप्त है यहां मंदिर कमेटी द्वारा 22 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित होने वाले मेले के सफल संचालन व व्यवस्था के लिए पूर्वी भाग में जीर्णोद्धार का कार्य करवाया जा रहा था। 14 मार्च को एसडीएम समेत अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने बिना नोटिस दिए मुख्य द्वार में तोड़फोड़ की है तथा रास्ता बंद कर दिया है। प्रशासन द्वारा की गई तोड़फोड़ से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने कांग्रेस नेता मनीष यादव एडवोकेट बलदेव सैनी पंचायत समिति सदस्य मुकेश गुर्जर ठेकेदार ताराचंद सैनी धोलूराम यादव राहुल चौधरी धर्मेंद्र यादव मक्खन लाल कुमावत विष्णु कुमार प्रजापत रामू टेलर मदन लाल मीणा शैतान गुर्जर मालीराम शर्मा मातादीन शर्मा गिगराज सैनी सैनी भगवान सहाय सैनी नेतराम बंजारा सुरेश कुमार सैनी मामराज कुमावत विष्णु कुमावत बाबूलाल कुमावत पिंटू योगी लालाराम हरिजन दिनेश सैनी कमल मेहरा बोदूराम सैनी मक्खन कुमार विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।