गांधी दर्शन पर आधारित पाठ्यक्रम शैक्षणिक संस्थानों में लागू हो

गांधी दर्शन पर आधारित पाठ्यक्रम शैक्षणिक संस्थानों में लागू हो


जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
सवाई माधोपुर, 23 जनवरी। शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का समापन सोमवार को विभाग के निदेशक मनीष शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। सत्र का प्रारम्भ महात्मा गांधी एवं सुभाष चन्द्र बोस की तस्वीरों पर माल्यार्पण कर हुआ।
शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि शिविर के सभी प्रतिभागी गांधी दर्शन पर आधारित राज्य सरकार की फ्लैगशिप एवं जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहु ंचाए। उन्होंने कहा कि शिविर में प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड के दो-दो प्रतियोगियों का चयन कर शिविर में आमंत्रित किया गया। इसी प्रकार मार्च माह में उपखण्ड स्तर पर आयोजित होने वाले आगामी शिविरों के लिए प्रत्येक उपखण्ड से योग्य व्यक्तियों के नाम उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के सह संयोजक विनोद जैन को भिजवाए। वे इन नामों को जिला कलक्टर कार्यालय तक पहुंचायेंगे।
समाज कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक खानपुर मीनाक्षी चन्द्रावत ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का सोचना एवं मानना है कि गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जाए क्योंकि गांधी भूत ही नहीं वर्तमान भी है और भविष्य भी है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का कथन है सत्य मेरा ईश्वर है और अहिंसा उसको पाने का रास्ता। उन्होंने सुभाष चन्द बोस को उनकी जयन्ती पर याद करते हुए कहा कि सुभाष चन्द बोस और महात्मा गांधी ने देश को आजाद कराने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। सुभाष चन्द बोस ने सर्वप्रथम महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता की उपाधि प्रदान की थी।
मलारना डूंगर प्रधान देवपाल मीना ने कहा कि महात्मा गांधी ने विश्व को शांति एवं सद्भावना का जो संदेश दिया है वो आज भी प्रासंगिक है।
जिला अहिंसा प्रकोष्ठ के सह संयोजक विनोद जैन ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप शांति एवं अहिंसा विभाग द्वारा निदेशक मनीष शर्मा के नेतृत्व में सवाई माधोपुर के आठ ब्लॉकों के पंचायतों एवं नगरीय निकाय के वार्डो के चयनित सदस्यों ने शिविर में भाग लेकर गांधी के विचारों को ग्रहण किया है। वे उसका अपने क्षेत्र में जाकर गांधी दर्शन एवं सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का युवाओं व आमजन में प्रचार-प्रसार कर लाभांवित करेंगे।
इस दौरान प्रातःकाल सर्वधर्म प्रार्थना सभा, हार्टफुलनेस संस्थान के प्रतिनिधि के.एल. बरोड़िया द्वारा मेडिटेशन, वहीं गांधीवादी विचारक मुजीब अता आजाद ने इस अवसर पर मुख्य वक्ता की हैसियत से संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी एक ऐसा राष्ट्रवाद चाहते थे जिसकी बुनियाद सद्भावना, समन्वय, सर्वधर्म, समभाव की अवधारणा वाली हो, गांधी की सर्वधर्म प्रार्थना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण, वे एक ऐसे समाज व राष्ट्र की रचना करना चाहते थे जहां संस्कृतियों और समुदायों में आपसी मेलजोल हो, गांधी का राष्ट्रवाद मानवता पर आधारित था। गांधी समुदाय को व्यक्तियों का समूह मानते थे उनकी दृष्टि में आपसी झगड़ों का निपटारा उसी तरह होना चाहिए जैसे परिवार के सदस्यों के बीच में होता है। उन्होंने सभी शैक्षणिक संस्थानों में गांधी दर्शन पर आधारित पाठ्यक्रम एवं सर्वधर्म प्रार्थना प्रारम्भ करने पर जोर दिया।
वक्ता डॉ. आरती रानी भदौरिया ने गांधी जी के सत्य और अहिंसा से जुडकर जीवन में सत्याग्रह का अवलम्बन लेकर विपरीत परिस्थितियों में भी विजयी होने के अलौकिक गुण का वर्णन किया।
राजस्थान हिन्दी ग्रन्थ अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रामेश चन्द वर्मा ने गांधी दर्शन शिविरों गांधी साहित्य की प्रदर्शनी एवं बिक्री तथा शैक्षणिक संस्थानों में गांधी दर्शन पर आधारित पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के सुझाव शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक को दिए।
वक्ता डॉ. अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत को आजाद कराने में सत्य और अहिंसा के अनूठा प्रयोग किया जिसका लोहा पूरा विश्व मानता है।
वक्ता अनिल राठोड़ ने कहा कि गांधीवाद एक संकल्पना है जो कल भी प्रासंगिक थी आज भी है और भविष्य में भी रहेगी।
वक्ता भगवान दास बटवानी ने कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, कर्Ÿाव्यनिष्ठा, सत्यअहिंसा, परिग्रह जैसे महात्मा गांधी के आदर्शो पर चलने की बात कहीं। शांति जोहरी सहित अन्य वक्ताओं ने अपने गांधीवादी विचारों से प्रशिक्षार्थियों को लाभांवित किया।
इस दौरान प्रशिक्षण शिविर में वक्ताओं, प्रशिक्षार्थियों एवं प्रशिक्षण शिविर को सफलतापूर्वक आयोजित करने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी अधिकारियों, संस्थानों के प्रतिनिधियों को गांधी जी की तस्वीर, गांधी टोपी तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला, अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक खन्ना, एसडीएम कपिल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सहरिया, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविन्द बंसल, मुख्य आयोजना अधिकारी बाबूलाल बैरवा, सहायक निदेशक हेमन्त सिंह, विकास अधिकारी समय सिंह मीना सहित अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।