राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत, भारत बना विश्व के लिए आदर्श 

राष्ट्रपति के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत, भारत बना विश्व के लिए आदर्श 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बजट सत्र के उद्घाटन भाषण में मोदी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक अस्थिरता के बीच आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता का स्तंभ बनकर उभरा है। उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा, टैक्स सुधार, डिजिटल लेनदेन, महिलाओं के सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन जैसे क्षेत्रों में सरकार के प्रयासों को सराहा।  

आसान कर व्यवस्था और डिजिटल क्रांति:  
मुर्मु ने कहा कि *वन नेशन, वन टैक्स* से देश को फायदा हुआ है और सरकार भारत को *ग्लोबल इनोवेशन पावर* बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। डिजिटल लेनदेन को सशक्त कर देश में आर्थिक पारदर्शिता बढ़ी है।  

नारी सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन:  
राष्ट्रपति ने ‘लखपति दीदी योजना’ और ‘ड्रोन दीदी योजना’ जैसी पहलों का जिक्र किया, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में सफल रही है।  

विकसित भारत का निर्माण और बड़े फैसले:  
मुर्मु ने बताया कि भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। *वक्फ बोर्ड* और *वन नेशन, वन इलेक्शन* जैसे अहम फैसलों पर सरकार का ध्यान है।  

भारत AI मिशन और गगनयान:  
राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार ने *भारत AI मिशन* की शुरुआत की है और जल्द ही भारत अपनी पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान *गगनयान* लॉन्च करेगा।  

सांस्कृतिक और बुनियादी ढांचा विकास:  
कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनाया गया, कैंसर की दवाओं पर कस्टम ड्यूटी हटाई गई, और नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए *अष्टलक्ष्मी महोत्सव* आयोजित किया गया।  

मुर्मु ने महाकुंभ में हुई दुर्घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि सरकार *पीएम सूरज योजना* के तहत सफाई कर्मचारियों और समाज के पिछड़े वर्गों को वित्तीय सहायता दे रही है।