अडाणी पावर प्लांट पर मचा बवाल: जमीन गई, मुआवजा नहीं मिला, नौकरी का वादा अधूरा; मिर्जापुर के ग्रामीणों ने दी आत्मदाह की चेतावनी

मिर्जापुर के ददरी खुर्द गांव में अडाणी ग्रुप के थर्मल पावर प्लांट को लेकर भारी विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि 14 साल पहले उनकी जमीनें जबरन औने-पौने दामों पर ले ली गईं, लेकिन आज तक न तो मुआवजा मिला और न ही नौकरी का वादा पूरा हुआ। गांव की जड़ावती देवी समेत करीब 120 ग्रामीण जिला प्रशासन के सामने आत्मदाह की धमकी दे रहे हैं।
मुसहर और बिंद समुदाय के लोग कह रहे हैं कि प्लांट बनने से उनके परिवार भूखे मरने की कगार पर हैं। उनका कहना है कि अधिकारी पहले नौकरी और मुआवजे का वादा करते थे, अब कोई पूछने तक नहीं आता।
वहीं, अडाणी ग्रुप का दावा है कि जमीनों की खरीद-फरोख्त कानूनी थी और प्लांट प्रशासनिक स्वीकृति के बाद बन रहा है। कंपनी ने विरोध कर रहे लोगों को "गुंडागर्द" करार दिया है। मामला अब NGT की मंजूरी और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है।