चूरू। चाइल्ड हैल्प लाइन टीम ने रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में ट्रेन में मिले एक नाबालिग को रेस्क्यू किया है। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि दिल्ली की एक कबाड़ फैक्ट्री में उससे 15 घंटे काम करवाया जाता था, जिससे परेशान होकर वह वहां से भाग गया। चाइल्ड हैल्प लाईन के जिला समन्वयक पन्नेसिंह ने बताया कि एक यात्री ने जानकारी दी कि ट्रेन में एक लावारिस बालक बैठा है, ट्रेन अभी 15 मिनट में चूरू रेल्वे स्टेशन पर पहुचने वाली है। इस पर चाइल्ड हैल्प लाईन के जिला समन्वयक पन्नेसिंह मौके पर पहुंचे। बाद में बालक के मिलने की सूचना आरपीएफ प्रभारी को देने पर उसे रेस्क्यू किया गया। बालक अपना नाम व पता बताने में असमर्थ नजर आया। चाईल्ड लाईन कार्यालय लाकर बालक कांउसलिंग की गई। जिसमें बालक ने बताया कि वो बिहार का रहने वाला है। दिल्ली में मण्डावली में एक कबाड़ फेक्ट्ररी में उससे करीब 15 घन्टे काम करवाया जाता था। इसकी एवज में महीने के 4000 रूपये दिए जाते थे। जिससे परेशान होकर वह वहां से भाग आया। टीम के सदस्यों ने बालक के परिजनों का पता कर सम्पर्क किया तो उन्होंने चूरू पहुंचने की बात कही। टीम सदस्य किशन वर्मा, वर्षा कंवर, कविता स्वामी, हनुमान प्रसाद आदि ने परिजनों सम्पर्क करने में मदद की।