ठेकेदार व अधिकारियों पर मिलीभगत का लगाया आरोप

जयपुर टाइम्स
चूरू(निस)। रतन नगर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति के बाद ठेकेदार व अधिकारियों की मिली भगत से ओवरब्रिज का डिजाइन परिवर्तन करने के विरोध में शुक्रवार को पीपुल यूनिटी संस्था के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि ठेकेदार व अधिकारियों की मिली भगत से रतन नगर ओवरब्रिज का डिजाइन में परिवर्तन कर फोर लेन की जगह टू लेन कर दिया है। जिससे आमजन को काफी परेषानियों का सामना करना पड़ेगा। गौरतलब है कि अग्रसेन नगर आरओबी के भी यही हालात है। ज्ञापन में बताया कि इस पुलिया का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, परन्तु जो डिजाइन स्वीकृत हुई थी, उसमें ठेकेदार व अधिकारियों की मिली भगत से इसमें परिवर्तन कर दिया गया है, इसका खामियाजा आमजन को भुगतना होगा। जो नियमों के विरुद्ध है। संस्थान के जिलाध्यक्ष रघुनाथ खेमका ने बताया कि फोरलेन से टूलेन करने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ेगी। चूरू-जयपुर आरओबी अनुपयोगी होने के कारण सभी भारी वाहन इस पुलिया से ही होकर गुजरेंगे, जिससे यातायात बाधित होगा। बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए यहां यात्री भार भी बढ़ेगा और यह पुल भी अनुपयोगी हो जाएगा। ज्ञापन में मांग की गई कि पहले जो फोरलेन आरओबी स्वीकृत हुआ है, उसी के अनुसार ही कार्य करवाया जाए। खेमका ने बताया कि दुर्भाग्य तो इस बात का है कि यह इससे पहले चूरू-जयपुर मार्ग पर बनाया गया आरओबी भी अनुपयोगी पड़ा है, वहां आज भी भारी वाहनों का आवागमन बाधित है। इस कारण से जयपुर से आने वाले सभी भारी वाहन अग्रसेन होकर ही गुजरते हैं। इसके साथ ही साहवा, तारानगर, भादरा जाने वाले वाहनों को भी अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ज्ञात रहे कि इस आर. ओ. बी. के लिए 97.95 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है, जबकि इस निर्माण कार्य में 77.21 करोड रुपए ही खर्च होंगे और लगभग 21 करोड़ रुपए की इसमें बचत होगी। इंजीनियर सुरेश शर्मा ने बताया कि वहां के नागरिकों को मुआवजा देकर भी इस कार्य को सुचारू व सुविधाजनक निर्माण करा सकते हैं। इसके लिए राजनीतिक व आम नागरिकों की इच्छा शक्ति होनी चाहिए। इस अवसर पर अर्जुन प्रजापत, मोहन भालेरी वाला, सत्यवीर बेनीवाल, हिदायत खान, हारुन खान, महमूद खान, मुकेश शर्मा, राकेश सहारण आदि उपस्थित रहे।