डॉ. अंबेडकर पर बयान का विरोध: राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन, अमित शाह को हटाने की मांग

सरदारशहर। संसद के शीतकालीन सत्र में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए कथित बयान के विरोध में गुरुवार को चीता सेना प्रमुख ओमकार बाली के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा गया कि अमित शाह ने संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे संविधान में विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों में आक्रोश है। ज्ञापन में मांग की गई कि गृहमंत्री को उनके पद से तत्काल हटाया जाए और देश से माफी मांगी जाए।
चीता सेना का विरोध:
ओमकार बाली ने कहा कि डॉ. अंबेडकर का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शाह को सदन और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने डॉ. अंबेडकर को दलित, शोषित और वंचित वर्गों का प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि उनका अपमान करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को आहत करता है।
मांगों पर जोर:
रामलाल मेहरा ने आरोप लगाया कि अमित शाह ने अपने बयान से संविधान निर्माता का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को तुरंत पद से इस्तीफा देना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में बाबूलाल साजनसर, ओमप्रकाश बनड़ाऊ, पार्षद रिजवान सैयद, पिंटू नाई, आसिफ खोखर सहित कई लोग शामिल रहे।