मेडिकल कॉलेज टीचर्स की हड़ताल जारी, राजमेस के घेराव की चेतावनी
श्रीगंगानगर, श्रीगंगानगर में मेडिकल कॉलेज टीचर्स का विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी पर समान रूप से राजस्थान सर्विस रूल्स लागू करने की मांग को लेकर यह आंदोलन हो रहा है। टीचर्स ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर 29 जून तक कार्रवाई नहीं की गई, तो 30 जून से प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेजों के टीचर्स राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी (राजमेस) का घेराव करेंगे।
संगठन सदस्यों ने जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन जारी रखा है और आंदोलन को तेज करने की धमकी दी है। श्रीगंगानगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में सेवाएं दे रहे डॉ. करण शर्मा ने बताया कि 22 जुलाई से लगातार मेडिकल कॉलेज में हड़ताल चल रही है। सरकार ने राजस्थान सर्विस रूल्स का लाभ 1 अगस्त 2024 के बाद नियुक्त होने वाले डॉक्टरों के लिए रखा है। इससे पहले नियुक्त मेडिकल कॉलेज टीचर्स को यह लाभ नहीं मिलेगा, जिससे उनके बाद नियुक्त होने वाले टीचर्स को अधिक लाभ मिलेगा।
इसके अलावा, राजमेस के तहत नियुक्त मेडिकल कॉलेज टीचर्स के नौकरी छोड़ने वाले पदों को डाइंग कैडर में डाल दिया गया है। इस फैसले से टीचर्स में रोष है। टीचर्स का कहना है कि इससे उनकी करियर प्रगति और वेतन वृद्धि में रुकावट आ रही है।
टीचर्स ने मांग की है कि सरकार उनके साथ समान व्यवहार करे और सभी मेडिकल कॉलेज टीचर्स को राजस्थान सर्विस रूल्स का लाभ दिया जाए। अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तो वे आंदोलन को और अधिक तेज करेंगे और राजमेस का घेराव करेंगे।
इस हड़ताल से मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई और चिकित्सा सेवाओं पर असर पड़ रहा है। सरकार और संबंधित अधिकारियों से आग्रह है कि वे जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान करें ताकि चिकित्सा सेवाओं में बाधा न आए और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।