जोधपुर एम्स के इन विवादों को लेकर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने दागे सवाल
जयपुर टाइम्स
रावतसर। जोधपुर एम्स अस्पताल के प्रबंधन व नियुक्तियों को लेकर बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने लोकसभा में सवाल किया है कि जब से एम्स की स्थापना हुई तब से लेकर आज तक यहां कई लोगो ने अपनी मनमर्जी से एक ऐसी व्यवस्था को पनपा दिया जो एम्स के प्रोटोकॉल के अनुकूल नहीं है। बेनीवाल ने बताया कि गांव, गरीब के इलाज को एम्स जैसे संस्थान में प्राथमिकता मिले और मनमर्जी से एम्स प्रबंधन से लेकर मंत्रालय तक जो लोग जुगाड़ बैठाकर बड़ा भ्रष्टाचार कर चुके है। साथ ही जोधपुर एम्स में लगातार हो रही नियुक्तियों के संदर्भ मे पूछा कि एम्स जोधपुर में विभिन्न संवर्गों में नियुक्तियों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन लंबित हैं जिनका संवर्ग-वार ब्यौरा तथा लंबित रहने के क्या कारण हैं। एम्स के विभिन्न संवर्गों के विभिन्न पदों पर अन्य एम्स, विभागों से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टर, अन्य अधिकारी एवं कार्मिकों की कुल संख्या, विभाग, नाम व पदनाम-वार कितनी है। इसी तरह संस्थान में प्रतिनियुक्ति अवधि पूरी होने के बावजूद कई कार्मिकों को कार्यमुक्त व उनके मूल पद पर स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। बेनीवाल के इन अतारंकित सवालों के जवाब में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जवाब दिया ओर बताया कि एम्स जोधपुर में विभिन्न संवर्गों में नियमित भर्ती के लिए कोई आवेदन लंबित नहीं है जिनके लिए अंतिम परिणाम घोषित किया गया है। 03 शिक्षकों (नर्सिंग संकाय) की भर्ती के लिए 45 पात्र अभ्यर्थियों के लिए साक्षातकार निश्चित किए गए हैं। साथ ही प्रतिनियुक्ति अवधि पूरी होने के बाद एम्स जोधपुर में कोई कार्मिक कार्यरत नहीं है। इस पर सांसद बेनीवाल ने आमजन से आह्वान किया कि जोधपुर एम्स में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आगामी दिनों में मंत्रालय में लिखा जाएगा।