सामाजिक सुरक्षा योजना में खामियां: दिव्यांगजन और पेंशनर्स परेशान
जयपुर टाइम्स, अलवर
राजस्थान सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत पेंशनर्स और दिव्यांगजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सत्यापन प्रक्रिया में बाधाओं और जनाधार पोर्टल की तकनीकी समस्याओं के कारण पेंशन वितरण बाधित हो गया है। राज्य में 2.45 लाख पेंशनर्स हैं, जिनमें से 38,117 का भौतिक सत्यापन अभी शेष है।
दिव्यांगजन सबसे अधिक प्रभावित:
पुराने प्रमाण पत्र और यूडीआईडी कार्ड को अमान्य घोषित कर नए सर्टिफिकेट बनवाने की अनिवार्यता ने दिव्यांगजनों की समस्या बढ़ा दी है। 2017-18 में बनाए गए सर्टिफिकेट और यूडीआईडी कार्ड के बावजूद उन्हें नए सर्टिफिकेट के लिए अस्पतालों और कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
क्या है यूडीआईडी कार्ड:
यूडीआईडी कार्ड दिव्यांगजन की पहचान का प्रमाण होता है, जिसमें उनके नाम, पहचान संख्या और विवरण शामिल होते हैं। यह प्रमाण पत्र सरकारी योजनाओं और पेंशन सत्यापन में आवश्यक है।
ग्रामीण पेंशनर्स की समस्याएं:
ग्रामीण इलाकों से आए पेंशनर्स, विशेष रूप से एकल नारी, पति के मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेजों की अपलोडिंग में आ रही समस्याओं से जूझ रहे हैं। भोति देवी, एक पेंशनर, ने बताया कि जनाधार पोर्टल पर पुरानी जानकारी स्वीकार नहीं की जा रही है, जिससे सत्यापन रुक गया है।
अधिकारियों का बयान:
डॉ. योगेंद्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ने बताया कि अलवर में सोमवार और गुरुवार को प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। खैरथल, तिजारा और अन्य क्षेत्रों के प्रमाण पत्र वहीं बनवाने का सुझाव दिया गया है। समाज कल्याण विभाग के उप निदेशक अनिल माच्या ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया में आ रही तकनीकी समस्याओं को शीघ्र सुलझाया जाएगा।
यह स्थिति न केवल दिव्यांगजनों बल्कि समाज के अन्य वंचित वर्गों के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है। सरकार को त्वरित समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।