सीकर। भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र, सीटू के नेतृत्व में आज सैकड़ों मजदूरों ने किशनसिंह ढाका स्मृति भवन से कल्याण सर्किल होते हुए रैली निकाल कर सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि कोरोना महामारी में करोड़ों लोग रोजगार खो चुके हैं वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल के दामों में भारी वृद्धि कर उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने का काम किया है। रसोई गैस पर सब्सिडी बंद कर दी गई और घरेलू सिलेंडर के दाम 2014 के मुकाबले दुगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। सीटू ने घरेलू रसोई गैस सिलेंडर पर पच्चास प्रतिशत सब्सिडी देने की मांग की है। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार कारपोरेट घरानों के फायदे के लिए बैंक,बीमा,एयरलाइन,रेलवे जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्रों को निजीकरण कर रही है।रक्षा क्षेत्र के कारखानों में निजीकरण करने के लिए मजदूरों के हकों को छीना जा रहा है, हड़ताल पर रोक लगाई जा रही है। सभा को सीटू के प्रदेश उपाध्यक्ष हजारीलाल शर्मा,सोहन भामू, बृजसुंदर जांगिड़, भगवानसिंह बगड़िया, अब्दुल कयुम कुरेशी, श्योदान शेषमा, दिलीप मिश्रा आदि ने संबोधित किया। सभा के बाद बृजसुंदर जांगिड़, भगवानसिंह बगड़िया, ओमप्रकाश कुड़ी के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर सभी मजदूर परिवारों को 7500रूपये प्रति माह सहायता देने,फ्री राशन, निर्माण मजदूरों की शुभ शक्ति, छात्रवृत्ति व अन्य सहायता जारी करने,मजदूर डायरी का पंजीकरण व नवीनीकरण का कार्य सुचारु रुप से करने,तीन नये कृषि कानूनों व श्रम संहिताओं को रद्द करने,एम एस पी की कानूनी गारंटी देने,शहर की टूटी-फूटी सड़कों की मरम्मत करने,महंगाई भ्रष्टाचार और बेरोजगारी पर रोक की मांग की गई।