जय श्री राम’ का नारा लगवाने पर घिरे तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि, विपक्ष ने मांगा इस्तीफा

जय श्री राम’ का नारा लगवाने पर घिरे तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि, विपक्ष ने मांगा इस्तीफा



तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि एक बार फिर विवादों में हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की फटकार झेलने के बाद अब उन पर धार्मिक नारेबाजी को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। दरअसल, 12 अप्रैल को मदुरै के एक कॉलेज कार्यक्रम में राज्यपाल ने छात्रों से ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाए। इसके तुरंत बाद राज्य की विपक्षी पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी और उन्हें संविधान विरोधी आचरण का दोषी ठहराते हुए इस्तीफे की मांग कर डाली।

डीएमके और कांग्रेस समेत कई दलों का कहना है कि एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति धर्मनिरपेक्षता की मर्यादा बनाए रखने के लिए बाध्य होता है। ऐसे में सार्वजनिक मंच से धार्मिक नारे लगवाना संविधान की मूल भावना का उल्लंघन है।

कई विशेषज्ञों का भी मानना है कि संविधान का अनुच्छेद 51A नागरिकों से धार्मिक सहिष्णुता और समानता की अपेक्षा करता है, और अनुच्छेद 14 सभी को कानून के समक्ष समानता का अधिकार देता है। इस संदर्भ में राज्यपाल जैसे संवैधानिक पदाधिकारी से अपेक्षा होती है कि वह सार्वजनिक रूप से धार्मिक तटस्थता बरतें।

हालांकि, राज्यपाल रवि ने इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक कोई बयान नहीं दिया है। लेकिन यह घटना ऐसे समय में हुई है जब केंद्र और राज्य सरकार के बीच पहले से ही कई मुद्दों को लेकर तनाव बना हुआ है। ऐसे में इस नारेबाजी को केवल धार्मिक उत्साह नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश देने के रूप में भी देखा जा रहा है।

अब देखना होगा कि इस पर केंद्र सरकार और राष्ट्रपति भवन की ओर से कोई प्रतिक्रिया आती है या नहीं।