राजस्थान की सबसे बड़ी झील के किनारे जलसंकट: सांभर में पीने के पानी को तरसे लोग, हर तीसरे घर पर लगा 'यह मकान बिकाऊ है' का पोस्टर
सांभर झील, जिसे देश की सबसे बड़ी खारे पानी की झील माना जाता है, उसके आसपास बसे लोग आज बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। जयपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित सांभर शहर की हालत यह है कि यहां के लोग सैकड़ों साल पुरानी पुश्तैनी हवेलियां छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
यहां की गालियों में हर तीसरे घर के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगे हैं। जल संकट की वजह से करीब 300 परिवार पलायन कर चुके हैं। कई कॉलोनियों जैसे चारभुजा मंदिर गली, चौधरियों की गली, झंडे वाली गली आदि में दर्जनों हवेलियों पर ताले लटके मिले।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि चार दिन में एक बार पानी आता है, वो भी बहुत कम। कई परिवार मजबूरी में महीने में 450 रुपए में निजी टैंकर मंगवाकर गुजारा करते हैं। इसके बावजूद जलदाय विभाग नियमित बिल भेजता है।
यह हाल तब है जब पूरा क्षेत्र एक विशाल झील के किनारे बसा है। सांभर की ये स्थिति प्रशासन की अनदेखी और जल प्रबंधन की विफलता को उजागर करती है। पानी की कमी से पैदा हुआ यह पलायन अब सामाजिक और सांस्कृतिक संकट में बदलता जा रहा है।