गर्भवती को चढ़ाया गया गलत खून, मंत्री ने मानी लापरवाही; मौत के बाद भी नहीं कराया पोस्टमॉर्टम, अस्पताल ने दबाया मामला

गर्भवती को चढ़ाया गया गलत खून, मंत्री ने मानी लापरवाही; मौत के बाद भी नहीं कराया पोस्टमॉर्टम, अस्पताल ने दबाया मामला

जयपुर के एक सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला को गलत खून चढ़ाने से मौत हो गई।  प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने शनिवार को लापरवाही स्वीकार की। उन्होंने कहा, "ब्लड सैंपल लेने और स्टिकर लगाने में गलती हुई है, हम मानते हैं कि ब्लड ट्रांसफ्यूजन गलत हुआ।"

लेकिन इससे भी चौंकाने वाली बात यह रही कि मौत के बावजूद अस्पताल ने न तो पोस्टमॉर्टम कराया और न ही मामले को सार्वजनिक किया। 21 मई को महिला की मौत हो गई, लेकिन इसे करीब दो दिन तक दबाए रखा गया।

सूत्रों के मुताबिक, ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों को गलती का एहसास हो गया था, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। न परिजनों को जानकारी दी गई, न पुलिस को रिपोर्ट की गई।

यह घटना राज्य में गलत ब्लड चढ़ाने से हुई तीसरी मौत है। इससे पहले जेके लोन अस्पताल में एक बच्चे की जान गई थी। लेकिन हर बार कार्रवाई की जगह सिर्फ चेतावनी देकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।

मंत्री की स्वीकारोक्ति के बावजूद अब सबसे बड़ा सवाल यही है—अगर गलती का पता चल गया था तो पोस्टमॉर्टम क्यों नहीं कराया गया? दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?