प्रियंका चतुर्वेदी का बयान: महाराष्ट्र में रहना है तो मराठी आनी चाहिए, राज-उद्धव की एकता जनता की मांग; धनखड़ का इस्तीफा दबाव में लिया गया

प्रियंका चतुर्वेदी का बयान: महाराष्ट्र में रहना है तो मराठी आनी चाहिए, राज-उद्धव की एकता जनता की मांग; धनखड़ का इस्तीफा दबाव में लिया गया

शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि जो भी व्यक्ति महाराष्ट्र में रहता है, उसे मराठी भाषा आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाषा विवाद को लेकर हुई छिटपुट घटनाओं के लिए कानून है, लेकिन मराठी सीखना और बोलना कोई गलत बात नहीं है।

प्रियंका ने दावा किया कि शिवसेना को तोड़ने के बाद अब राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे का साथ आना राजनीतिक मजबूरी नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की जनता की इच्छा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने शिवसेना को कमजोर करने की कोशिश की, जिसका जवाब एकजुटता से दिया जाएगा।

सांसद चतुर्वेदी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देना केवल एक बहाना है, असल में उन पर दबाव डालकर इस्तीफा लिया गया है।