केजरीवाल को बड़ा झटका: आप के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत का इस्तीफा  

 केजरीवाल को बड़ा झटका: आप के वरिष्ठ नेता कैलाश गहलोत का इस्तीफा  

जयपुर टाइम्स, नई दिल्ली।  
आगामी 2025 विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को एक और बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने आप से इस्तीफा दे दिया है। गहलोत ने अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में पार्टी की मूल विचारधारा से भटकने और अधूरे वादों का हवाला देते हुए इस्तीफे की वजह बताई।  

गहलोत ने पत्र में यमुना सफाई अभियान की असफलता और 'शीशमहल विवाद' जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी अब आम आदमी की सेवा करने की प्रतिबद्धता से दूर हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने आप के सिद्धांतों को पीछे छोड़ दिया है।  

आंतरिक चुनौतियों से जूझ रही है आप  
गहलोत ने कहा कि पार्टी के भीतर राजनीतिक एजेंडे ने जनता के हितों को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र के साथ लड़ाई में अपना अधिकांश समय बर्बाद कर रही है, जिससे जनता के मुद्दे पीछे छूट गए हैं।  

राजनीतिक यात्रा जारी रखने का संकल्प 
गहलोत ने अपने इस्तीफे में दिल्ली के लोगों की सेवा करने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि उनका मिशन लोगों की भलाई के लिए काम करना है और यह जारी रहेगा। गहलोत ने अपने पार्टी सहयोगियों और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया।  

गौरतलब है कि कैलाश गहलोत दिल्ली के नजफगढ़ से विधायक हैं। उन्होंने 2015 में पहली बार चुनाव जीता और 2017 में दिल्ली सरकार में मंत्री बने। उनके पास परिवहन, कानून, आईटी जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी थी। उनकी राजनीतिक यात्रा और आप से इस्तीफा दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव माने जा रहे हैं।