राजसमंद: अवैध खनन पर प्रशासन सख्त, होगी कड़ी कार्रवाई
राजसमंद, 12 अक्टूबर। जिले में बढ़ती अवैध खनन गतिविधियों पर सख्त कदम उठाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तत्परता दिखाते हुए अवैध खनन, निर्गमन और भंडारण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। जिला कलक्टर श्री बालमुकुंद असावा ने शनिवार को खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट किया कि अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई और शिकायतें मिलीं, तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।
कलक्टर श्री असावा ने निर्देश दिए कि जिले में अवैध खनन के खिलाफ एक प्रभावी अभियान चलाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि अवैध खनन की गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगे। उन्होंने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की नियमित मॉनिटरिंग और समीक्षा की जाएगी। बैठक में अधीक्षण खनिज अभियंता अनिल खमेसरा, खनिज अभियंता जिनेश हुम्मड, ललित बाछरा और गोपाल बछ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सभी माइंस और क्रेशर का होगा भौतिक सत्यापन
जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि दस दिनों के भीतर जिले की सभी माइंस और क्रेशर का भौतिक सत्यापन कर वर्किंग और नॉन वर्किंग की स्थिति स्पष्ट की जाए। निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाए कि लीज के आस-पास कहीं अवैध खनन हो रहा है या नहीं। ऐसा पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पिछले छह महीनों में अवैध खनन पर हुई कार्रवाई, बनाए गए चालान, प्राप्त राजस्व, और बकाया राशि की भी विस्तृत समीक्षा की गई।
कलक्टर ने निर्देश दिए कि अवैध बजरी खनन पर भी कड़ी निगरानी रखते हुए कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बजरी खनन और निर्गमन के संबंध में अधिकारी टीमें बनाकर औचक निरीक्षण करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बजरी खनन पर अब तक की गई कार्रवाई संतोषजनक नहीं है और शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि अवैध बजरी खनन पर ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यदि भविष्य में ऐसा ही चलता रहा तो जवाबदेही तय की जाएगी।
क्रॉस इन्स्पेक्शन और जॉइंट ऑपरेशन के निर्देश
जिला कलक्टर ने खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अन्य विभागों से समन्वय बनाएं और उनके पास उपलब्ध डाटा एवं इनपुट के आधार पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अगले सात दिनों में अवैध खनन के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए और इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। हर सप्ताह आगामी कार्रवाई का प्लान भी प्रस्तुत किया जाए।
साथ ही, अवैध खनन के खिलाफ क्रॉस इन्स्पेक्शन और जॉइंट ऑपरेशन भी किए जाएं, ताकि अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लग सके। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि अवैध खनन की कोई भी शिकायत सामने न आए। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध खनन गतिविधियों पर पूरी तरह से लगाम लगनी चाहिए और हर सूचना को गंभीरता से लिया जाए।
अवैध खनन पर प्रशासन की यह सख्ती जिले में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, और इसके लिए जिला प्रशासन की कार्रवाई पर जिलेवासियों की निगाहें टिकी हुई हैं।