देहरादून में नशे और रफ्तार का कहर, 6 मासूमों की जान गई
फैयाज अहमद जयपुर टाइम्स ब्यूरो उत्तराखंड
देहरादून की सड़कों पर नशे में धुत्त तेज रफ्तार गाड़ी ने 6 मासूम बच्चों की जान ले ली, इस हादसे ने समाज की सुरक्षा व्यवस्था और नैतिक जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि नशे का जहर किस हद तक समाज में फैल चुका है।
फैयाज अहमद, ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ने घटना पर गहरी चिंता जताते हुए पुलिस प्रशासन की लचरता और नशे के बढ़ते काले कारोबार की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखने और सुरक्षित परिवेश देने में समाज और पुलिस की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने स्थानीय पुलिस की मिलीभगत पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या नशे का व्यापार बिना प्रशासनिक लापरवाही के इस तरह फैल सकता है?
माता-पिता की जिम्मेदारी पर भी अहमद ने जोर देते हुए कहा कि बच्चों को सही दिशा और अनुशासन का पाठ पढ़ाना जरूरी है। बच्चों को असीम सुविधाएं देने से उनकी परवरिश पूरी नहीं होती; उन्हें नैतिकता और जिम्मेदारी का महत्व भी सिखाना चाहिए। यह हादसा समाज के लिए एक चेतावनी है कि यदि समय रहते जागरूक नहीं हुए, तो भविष्य में ऐसी घटनाओं से मानवता और संवेदनशीलता सदा के लिए खो जाएगी।