अनिल विज के बयानों पर भाजपा सख्त, केंद्रीय नेतृत्व ने थमाया कारण बताओ नोटिस

अनिल विज के बयानों पर भाजपा सख्त, केंद्रीय नेतृत्व ने थमाया कारण बताओ नोटिस

नई दिल्ली। हरियाणा के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज के सार्वजनिक बयानों को भारतीय जनता पार्टी ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के खिलाफ विज की टिप्पणी पर कड़ा रुख अपनाते हुए पार्टी अध्यक्ष बड़ौली ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा है।  

#### **भाजपा नेतृत्व ने बताया अनुशासनहीनता**  

नोटिस में बड़ौली ने विज के बयानों को पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बताया और कहा कि चुनावी समय में इस तरह की बयानबाजी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। भाजपा नेतृत्व ने स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं होगी।  

विवादित बयान जिन पर मचा बवाल 

- बड़ौली पर निशाना:
अनिल विज ने 2 फरवरी को प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली पर हमला बोलते हुए कहा था कि दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज होने के कारण उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। विज ने कहा, "जब हम महिलाओं की भागीदारी बढ़ा रहे हैं, तब धारा-376 का आरोपी प्रदेशाध्यक्ष कैसे बना रह सकता है?" उन्होंने आडवाणी का उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन पर आरोप लगे थे, तो उन्होंने इस्तीफा दिया था, बड़ौली उनसे बड़े नहीं हैं।  

- सीएम सैनी पर टिप्पणी: 
31 जनवरी को अंबाला में अनिल विज ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि चुनाव में उन्हें हराने की साजिश रची गई थी, लेकिन 100 दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सीएम पर तंज कसते हुए कहा, "जब से मुख्यमंत्री बने हैं, तब से उड़नखटोले पर हैं, नीचे उतरें तो जनता की समस्याओं पर ध्यान दें।" 

भाजपा का कड़ा रुख, अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं 

भाजपा ने साफ कर दिया है कि पार्टी विरोधी बयानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनुशासनहीनता की कोई भी घटना सहन नहीं की जाएगी, खासकर जब पार्टी पड़ोसी राज्य में चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। अनिल विज को तीन दिन के भीतर जवाब देना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।