डॉ डीपी शर्मा और नासा वैज्ञानिक डॉ बिरहानु बुल्चा मिलकर करेंगे युवा वैज्ञानिकों के लिए परियोजना
धौलपुर (राजस्थान)
भारत के डिजिटल डिप्लोमेट डॉ डीपी शर्मा और नासा के वैज्ञानिक डॉ बिरहानु बुल्चा एशिया और अफ्रीका के युवाओं को विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में प्रेरित करने के लिए एक संयुक्त परियोजना शुरू करेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की छिपी प्रतिभाओं को संसाधन और दिशा प्रदान करना है।
"टेक्नोलॉजी और डिप्लोमेसी" इवेंट में हुई सहमति:
दोनों वैज्ञानिक "एक्सपीरियंस शेयरिंग इवेंट फॉर टेक्नोलॉजी एंड डिप्लोमेसी" के दौरान मिले, जहां नासा वैज्ञानिक डॉ बिरहानु ने चंद्रमा पर पानी खोजने के लिए हाई पावर लेजर स्पेक्ट्रोमीटर तकनीक पर चर्चा की। यह तकनीक टेराहर्ट्ज़ लेजर उत्पन्न करने के लिए क्वांटम टनलिंग का उपयोग करती है।
ग्रामीण प्रतिभाओं को मिलेगा मार्गदर्शन:
डॉ शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतरीन प्रतिभाएं हैं, जिन्हें संसाधनों और सही दिशा की आवश्यकता है। यह परियोजना युवाओं को विज्ञान और अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने और मानव सभ्यता को सुरक्षित व शांतिपूर्ण बनाने में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगी।
दोनों वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पहल वैश्विक विज्ञान और तकनीक को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।