इमरान की पार्टी के मार्च के दौरान हिंसा में 6 जवानों की मौत पाकिस्तान में उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश
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एजेंसी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों की तरफ से इस्लामाबाद के लिए जा रही रैली को रोकने के दौरान शुरू हुई झड़पों में अब तक सुरक्षाबलों के छह जवानों की मौत हो चुकी है। बताया गया है कि इस हिंसा में 100 से ज्यादा जवान घायल भी हुए हैं। इन हालात के बीच पाकिस्तान सरकार ने अब इस्लामाबाद में सेना को तैनात कर दिया है और उसे उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दे दिए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार पर चुराए गए जनादेश, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा करते हुए 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसी के मद्देनजर खान के समर्थक बड़ी संख्या में इस्लामाबाद तक मार्च निकालने के लिए एकत्रित हुए। हालांकि, पीटीआई समर्थकों को राजधानी में प्रवेश करने और धरना देने के प्रयास को विफल करने के लिए अधिकारियों के कड़े इंतजाम किए। पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने और कई महत्वपूर्ण सरकारी भवनों राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय के नजदीक स्थित डी-चौक पर धरना देने जा रहे हैं।
इसके बावजूद इमरान खान की रिहाई की मांग के साथ निकाले जा रहे इस मार्च में सुरक्षाबलों की कड़ाई के बाद हिंसा भड़क उठी। बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों के घायल होने के बाद अब इस्लामाबाद में सेना को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया- रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, प्रदर्शनों के दौरान इस्लामाबाद के श्रीनगर हाईवे में एक गाड़ी ने पाकिस्तान रेंजर्स को टक्कर मार दी। इसमें चार जवानों की मौत हो गई। घटना सोमवार रात की है। इसमें पांच जवान घायल भी हुए। कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।