मणिपुर हिंसा: एनपीपी ने भाजपा से समर्थन वापस लिया, सरकार पर नहीं पड़ेगा असर
जयपुर टाइम्स, इंफाल।
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा नीत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। एनपीपी ने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की सरकार पर राज्य में बढ़ती अशांति को नियंत्रित करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और कहा कि इस स्थिति के लिए भाजपा जिम्मेदार है।
एनपीपी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में मणिपुर में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर गहरी चिंता जताई। पार्टी ने आरोप लगाया कि सीएम बीरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार संकट हल करने में पूरी तरह विफल रही है और निर्दोष लोगों की जान गई है। इसके बाद, एनपीपी ने राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया।
हालांकि, एनपीपी का समर्थन वापस लेने के बावजूद भाजपा की सरकार पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि मणिपुर विधानसभा में भाजपा के पास कुल 37 सीटें हैं, जो बहुमत के लिए पर्याप्त हैं। राज्य में अन्य पार्टियों के पास सीमित संख्या में सीटें हैं, जिनका कोई बड़ा असर नहीं होगा।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक भी बुलाई है। मणिपुर में हालात को लेकर केंद्रीय सरकार सक्रिय दिख रही है, लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।