मार्च में इकरार ख़त्म सात माह से वैतन नहीं राठोड़ी में काम कर रहे है ठेकेदार के जरिए लगें संविदा कर्मी
सिरोही, नगर परिषद सिरोही में विभिन्न शाखाओं बाग बगीचों में ठेकेदार के मार्फत लगें लगभग चालीस संविदा कर्मी अधरझूल में काम कर रहे हैं ठेकेदार के जरिए नगर परिषद सिरोही में लगें संविदा कर्मियों का इकरार मार्च में ख़त्म हो गया था लेकिन ठेकेदार के जरिए लगें संविदा कर्मी बिना नये टेण्डर कार्यादेश के मार्च में इकरार ख़त्म होने के बावजूद जमें रहें यह जानते हुए भी कि मार्च में अनुबंध सम्माप्त हो चुका है जिस ठेकेदार एजेंसी के जरिए लगें है वह कुछ महिनों से भुगतान नहीं दे रहा है इतना ही नहीं नगर परिषद सभापति आयुक्त यह जानते हुए भी कि संविदा कर्मियों का नगर परिषद में काम करने का अनुबंध मार्च में ख़त्म हो चुका है फिर भी उनसे काम लेते रहे हालांकि गत अगस्त में संम्पन्न हुई बोर्ड बैठक में संविदा कर्मियों का चार माह बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया गया था पर वो प्रस्ताव कानूनी तौर पर प्रोसिडिंग चलाकर ठेकेदार को चार माह और संविदा कर्मियों को लगाने का कार्यादेश जारी हुआ ही नहीं गत अगस्त के बोर्ड प्रस्ताव अनुसार भी देखा जाये तो चार माह का बढ़ाया अनुबंध भी जुलाई में ख़त्म हो चुका है अब अक्टूबर माह सम्माप्ति की और चल रहा है अतार्थ फिर तीन महीनों से नगर परिषद सिरोही में ठेकेदार के जरिए लगें संविदा कर्मी नगर परिषद सिरोही में राठोड़ी में कार्यरत हैं वह भी महत्वपूर्ण शाखाओं में बिना कार्यादेश विधी विरुद्ध नगर परिषद सिरोही में संविदा कर्मी कैसे कार्यरत रहे सकते हैं आखिर संविदा कर्मी बिना भुगतान के नगर परिषद में कार्य किसके भरोसे कर रहे हैं यह जानते हुए भी कि जिस ठेकेदार एजेंसी के जरिए लगें है उस ठेकेदार ने पिछले सात महीनों से कोई भुगतान नहीं दिया है
नगर परिषद सिरोही के सभापति व आयुक्त बिना किसी विधिक प्रक्रिया टेण्डर कार्यादेश के इन संविदा कर्मियों को परिषद की महत्त्वपूर्ण शाखाओं समेत अन्य कार्यो में बैठाकर काम कैसे ले सकतें
बिना कार्यादेश विधी विरुद्ध नगर परिषद में कार्यरत संविदा कर्मियों का भुगतान क्या नगर परिषद के सभापति एवं जिन जिन आयुक्त के कार्यकाल में काम किया है वह अपने निजी स्तर से इन एजेंसी वाले संविदा कर्मियों को करेंगे
और नगर परिषद कार्यालय सिरोही मे कोई पत्रावली इधर उधर हो जाये कोई गड़बड़ झाला जो जायेगा तो जवाबदेही सभापति आयुक्त लेंगे!