प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में होगी भविष्य के शिक्षकों की ट्रेनिंग
अलवर। राजस्थान की राष्ट्रीय युवा पुरूस्कार विजेता आरुषि मित्तल अब इंदौर सहित पूरे प्रदेश के शिक्षकों को अपने स्टार्टअप से पढ़ाने के सही तौर-तरीके सिखाएंगी। इसके लिए स्मार्ट सीड ने उनके स्टार्टअप को शुरुआती सपोर्ट देने के लिए चयन कर लिया है। अगला शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले इसका पूरा फ्रेमवर्क तैयार हो जाएगा। सत्र शुरू होते ही निजी व सरकारी कॉलेजों से बी.एड., डी.एड. और बी.एल.एड. कर रहे छात्रों से यह प्रशिक्षण शुरू होगा। इसके बाद प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा । लैंगिक हिंसा पर काम करने वाली अलवर के सीनियर फिजिशियन डॉ एस.सी.मित्तल की सुपुत्री , जयपुर निवासी –आरुषि मित्तल को 2015 में नेशनल यूथ अवार्ड मिला था। उन्होंने कोटा , अलवर , जयपुर और नैनीताल में पुलिस के साथ पुकार एप के माध्यम से पैनिक बटन की शुरुआत भी की थी । अब आरुषि जल्द ही इंदौर सहित पूरे मध्यप्रदेश में भविष्य के शिक्षकों को पढाने के आधुनिक तौर –तरीके सिखाएंगी। साथ ही प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पुराने ढर्रों पर पढ़ाई करवा रहे शिक्षकों को भी नए तौर-तरीके सिखाएंगी। दरअसल केंद्र सरकार की एक योजना है “निधि” इसमें स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों को आर्थिक मदद दी जाती है।
अगर कोई मदद लेना शुरू करने के बाद काम नहीं करता तो उसे योजना से बाहर कर दिया जाता है। इसी योजना में आरुषि के स्टार्टअप का चयन इंदौर सहित मध्य प्रदेश के निजी व सरकारी कॉलेजों में बी.एड., डी.एड. और शिक्षक बनने के तमाम कोर्सेस की पढाई कर रहे छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए हुआ है । आरुषि बताती है कि वो एक-डेढ़ महीने में इंदौर से काम शुरू करेंगी । अगला शिक्षा सत्र शुरू होते ही बी.एड., डी.एड. करने वाले छात्रों को बतौर शिक्षक नौकरी देकर निजी स्कूलों में पढ़ाने का प्रशिक्षण देंगी । उनकी कक्षाएं ऑनलाइन होंगी ।साथ ही उन्हें सिखाये गए तौर-तरीकों की समय-समय पर समीक्षा भी की जाएगी। इस समीक्षा की रिपोर्ट ही तय करेगी कि वे भविष्य में कितने कुशल शिक्षक होंगे।