कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक बोले- सफाई भर्ती पर केवल वाल्मीकि समाज का पहला हक, दूसरे समाजों का कोई हक नहीं

कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक बोले- सफाई भर्ती पर केवल वाल्मीकि समाज का पहला हक, दूसरे समाजों का कोई हक नहीं

जयपुर: विधानसभा में बहस के दौरान कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने सफाई भर्ती में वाल्मीकि समाज का पक्ष लेते हुए कहा कि अगर 20,000 भर्तियां हो जाएंगी, तो इससे क्या हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सफाई करने में वाल्मीकि समाज के लोगों का समर्पण देखने योग्य है। दूसरे समाज के लोग भर्ती तो हो जाते हैं, लेकिन सफाई करने में संकोच करते हैं। ऐसे में यह वर्ग पहले से पिछड़ा हुआ है, जबकि अन्य वर्ग संपन्न होते हैं। इस मामले में सरकार को सोचने की जरूरत है।

पारीक ने कहा कि सफाई कर्मियों की इस मुद्दे पर हड़ताल चल रही है और इसका समाधान करना चाहिए। हम सभी को मिलकर यह निर्णय करना होगा कि सफाई कर्मी की भर्ती केवल वाल्मीकि समाज के लिए होनी चाहिए। इसमें दूसरा समाज नहीं आ सकता। अन्य समाज के लोग नौकरी पाने के लिए आते हैं, लेकिन काम करने से कन्नी काटते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी के घर के सामने दो घंटे कचरा पड़ा रहे तो व्यक्ति परेशान हो जाता है। ऐसे में सोचा जा सकता है कि वाल्मीकि समाज का व्यक्ति किस तरह से सफाई में जुटा रहता है। 

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि सफाई भर्ती में प्रायोगिक परीक्षा जरूरी है, बिना किसी प्रायोगिक परीक्षा के भर्ती नहीं हो सकती। पारीक ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इसमें प्रायोगिक परीक्षा की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि एक आदेश जारी कर किसी भी समय नियुक्ति दी जा सकती है और इसमें कोई समस्या नहीं होगी।