युवक पर बाघ के हमला करने पर भैंस बानी कवच बच गई युवक की जान
अलवर। सरिस्का टाइगर रिजर्व से भटके एक बाघ ने गुरुवार को 6 घंटे के भीतर 5 लोगों पर हमला किया, लेकिन सौभाग्य से सभी की जान बच गई। अलवर जिले के मुंडावर तहसील के ढोबा रिंगसपुरी गांव के निवासी सियाराम (26) पर भी बाघ ने हमला किया, लेकिन उसकी भैंसों ने उसे बचा लिया।
सियाराम जंगल के बफर जोन में अपनी भैंसों को ढूंढने गया था। वहां उसने अचानक झाड़ियों में छिपे बाघ को देखा। बाघ ने सियाराम पर झपट्टा मारा, जिससे सियाराम बुरी तरह घायल हो गया। बाघ ने सियाराम के सिर, हाथ, कोहनी और पीठ पर घाव कर दिए। लेकिन तभी भैंसों ने बाघ की ओर दौड़ लगाई, जिससे बाघ डरकर भाग गया। पूरा घटना क्रम एक मिनट से भी कम समय का था, जिसमें भैंसों ने सियाराम की जान बचाई।
सियाराम और अन्य तीन घायलों का इलाज अलवर जिला अस्पताल में चल रहा है। वहीं, वन विभाग के कर्मचारी बाघ की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं। बाघ ST2303, जो सात महीने पहले सरिस्का से निकलकर हरियाणा तक पहुंच गया था, अब भी इलाके में सक्रिय है, जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है।