मंडावा में दो सांडों का आतंक, प्रशासन की अनदेखी से बढ़ रही परेशानी
जयपुर टाइम्स, मंडावा।
नगर पालिका चौक के पीछे सोमवार को दो सांडों की लड़ाई ने आधे घंटे तक इलाके में अफरा-तफरी मचाए रखी। इस दौरान राहगीर जहां के तहां रुक गए, और रास्ता अवरुद्ध हो गया। यह समस्या कस्बे में आम हो गई है, और सांडों की लगातार होने वाली लड़ाई से बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
सैलानियों और राहगीरों को हो रही दिक्कतें:
इस रास्ते से बड़ी संख्या में सैलानी और स्थानीय लोग गुजरते हैं। आए दिन सांडों की लड़ाई के कारण लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
एसडीएम के निर्देशों की अनदेखी:
4 नवंबर को मंडावा एसडीएम मुनेश कुमारी ने दौरे के दौरान नगर पालिका अधिकारियों को कस्बे में घूम रहे निराश्रित पशुओं को गौशाला में छुड़वाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने सब्जी विक्रेताओं को सड़क पर सड़ी-गली सब्जियां फेंकने से रोकने और पांच दिन के भीतर कार्रवाई की बात कही थी। लेकिन 10 दिन बाद भी नगर पालिका प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
स्थानीय निवासियों की मांग:
स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि निराश्रित पशुओं को गौशाला में भेजने और कस्बे में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए। सांडों की लड़ाई से किसी बड़े हादसे से पहले प्रशासन को हरकत में आना होगा।