रूंख हमारे भाई, बहनें हर वर्ष बांधे राखी - रूमा देवी 

रूंख हमारे भाई, बहनें हर वर्ष बांधे राखी - रूमा देवी 

 राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय खिलाङीयों ने  खेल मैदान को बनाया हरा-भरा 

चवा में रूमा देवी-सुगणी देवी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में लगे आंध्रप्रदेश से लाए गए पौधे

 रावतसर/-  रक्षाबन्धन के पावन पर्व पर रूमा देवी-सुगणी देवी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स चवा में विभिन्न प्रजाति के 200 से अधिक पौधे लगाए गए। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी , ग्रामीण महिलाएं, खिलाड़ी और विद्यार्थियों ने भाग लिया। सघन वृक्षारोपण अभियान के तहत रूमा देवी फाउडेशन व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान द्वारा चवा में बन रहे स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स की 17 बीघा की चारदीवारी में आंध्रप्रदेश से लाये गए औसतन 10 फिट की लंबाई के बङे पौधे लगाए गए जिसमें कुछ पौधों की किस्म भारत के प्रधानमंत्री आवास दिल्ली में लगे पौधों के समान है।
यह पौधे आंध्रप्रदेश से मंगवाने में डॉ. वेद प्रकाश त्यागी,सदस्य राजस्थान आयुर्वेद परामर्श समिति व गोविंद हुड्डा समाज सेवी का सहयोग रहा।
सघन वृक्षारोपण व पर्यावरण जागरूकता अभियान की शरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ. वेद प्रकाश त्यागी ने बताया कि उन्हें पौधे उपलब्ध करवाने की प्रेरणा संस्थान के अक्षरा छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दौरान मिली जिसका आयोजन गत दिनों रूमा देवी फाउडेशन की तरफ से बालोतरा में किया गया था। उनके द्वारा घोषणा की गई कि आने वाले 10 वर्षों तक स्टेडियम को हरा भरा बनाने के लिए पौधे उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी उनकी रहेगी। उहोंने कहा कि डॉ रूमा देवी द्वारा स्टेडियम का निर्माण करके खिलाड़ियों के लिए एक बेहतरीन सुविधा तैयार की जा रही है जो कि विश्व स्तर की होगी।
जोधपुर के समाज सेवी व उद्यमी गोविंद हुड्डा ने कहा कि डॉ.रुमा देवी मेरी नजर में थार की मदर टेरेसा हैं और देश-विदेश में थार का प्रतिनिधित्व करती हैं। उनके पास विशेष रूप से बच्चियों की शिक्षा और खेलों के लिए एक शानदार दृष्टिकोण है।

कार्यक्रम में मोती सिंह व्याख्याता ने कहा कि पृथ्वी को गर्मी से बचाने और मानव जीवन की सुरक्षा के लिए पेड़ लगाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि एक पेड़ अपने जीवनकाल में 12 करोड़ की आक्सीजन प्रदान करता है जिसे एक आम इंसान खरीद नहीं सकता लेकिन प्रकृति निशुल्क प्रदान करती है।

मूलाराम पूनिया, सहायक विकास अधिकारी ने बताया कि मानव अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति को नष्ट कर रहा है मानव जाति को बचाने के लिए पेड़ लगाना आवश्यक है उन्होंने कहा कि एक पेड़ दो सौ वर्षों तक जीवित रह कर पर्यावरण में सहयोग करता है।

संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि रूमा जी का सपना था कि गांव की बेटियों के खेलने के लिए विश्व स्तरीय सुविधा हो। आज इस स्टेडियम के माध्यम से यह सपना साकार हो रहा है। यह स्टेडियम तीन चरणों में पूर्ण होगा और इसमें आसपास के गांवों के खिलाड़ियों को सुविधा मिलेगी साथ ही पूरे बाड़मेर के लिए चवा का स्टेडियम केन्द्र बिंदु बनकर उभरेगा जो कि चवा के विकास के रास्तों को सुगम करेगा।

पवन कुमार बेनीवाल प्राचार्य राजकीय चवा स्कूल ने स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स के लिए रूमा जी का आभार प्रकट किया और कहा की स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग इस कार्य को पूरी जिम्मेदारी से निभाएगा।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश से बाड़मेर में पौधे लाना अपने आप में बड़ी बात है जो की चवा ही नहीं बल्कि पूरे थार के लिए अनूठा कार्य है।

दलपत सिंह उप जिला शिक्षा अधिकारी शारीरिक शिक्षा ने बताया कि वृक्षारोपण और खेल आज की महत्वपूर्ण आवश्यकता हैं और डॉ.रूमा देवी द्वारा ये दोनों काम किए जा रहे है ।आगामी समय में शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न खेलों का आयोजन इस स्टेडियम में किया जाएगा और बाड़मेर के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर पाएंगे।

हरजीराम सारण सेवानिवृत्त व्याख्याता ने कहा कि रूमा जी हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने विषम परिस्थितियों में पहचान बनाई है और आज का वृक्षारोपण कार्यक्रम आने वाली पीढ़ियों के लिए यादगार होगा।

कार्यक्रम के अंत में संस्थान अध्यक्ष रूमा देवी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि वह पेड़-पौधों को अपना भाई मानती हैं और आज के दिन पेड़ों को राखी बांधनी चाहिए। रूंख हमारी धरती का श्रृंगार है और हमारे भाई की तरह है जिन्हे हमें रक्षा सूत्र बांधना चाहिए। उन्होंने बताया कि चवा का यह स्टेडियम भविष्य में बाड़मेर से भारत के लिए ओलपिंक के लिए खिलाड़ी तैयार करेगा , थार के बेटे बेटियां यहाँ से खेल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर थार का नाम रोशन करेंगे अंत में उन्होंने सभी ग्राम वासियों और अथितियों का धन्यवाद किया ।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, खिलाड़ियों, छात्र-छात्राओं, महिलाओं और ग्रामीणों ने अपने-अपने नाम से पौधे रोपे। पौधों के साथ उनके नाम की तख्ती लगाई गई और उनकी देखभाल के लिए आवश्यक खाद और पानी की व्यवस्था फाउंडेशन द्वारा की गई।

कार्यक्रम में नाथा राम चौधरी सेवानिवृत्त आईएफएस, पुलिस उप निरीक्षक बगड़ूराम ,स्थानीय सरपंच तेजाराम भील, भूतपूर्व सरपंच पदमा राम पोटलिया,सरपंच प्रतिनिधि डाबलिसरा मोती सिंह ,खियांराम सरपंच प्रतिनिधि मंगले की बेरी, नवनीत रेवेन्यू इंस्पेक्टर,पोकराराम शारीरिक शिक्षक, करण गोदारा सरपंच प्रतिनिधि रावतसर ,समाज सेवी खेता राम सारण रामसर कुंआ, सरपंच प्रतिनिधि हनुमान राम, डालू जाखड़ रावतसर, गेनाराम मेघवाल पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि, पेमाराम पोटलिया विष्णु सियोल धनाऊ सहित चवा गाँव के मौजिज ग्रामवासी उपस्थित रहे

कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी उद्घोषक जसवंत सिंह डूडी, उम्मेद सिंह सियोल और संस्थान प्रोग्राम समन्वयक नरपत जाणी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामवासियों के साथ रूमा देवी फाउडेशन व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा