शेख हसीना के भागने के बाद हालात बिगड़े बांग्लादेश में टारगेट कर हिंदुओं की हत्या, मन्दिरों में तोड़फोड़

शेख हसीना के भागने के बाद हालात बिगड़े  बांग्लादेश में टारगेट कर हिंदुओं की हत्या, मन्दिरों में तोड़फोड़

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जयपुर टाइम्स
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री शेख हसीना पद से इस्तीफा देकर आनन-फानन में देश छोड़कर भले ही भाग गई हों। लेकिन बांग्लादेश के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण सिस्टम के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन देशभर में भयंकर लूटपाट और दंगों में बदल गया है। इन दंगों में अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर हिंदुओं को प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं। शेख हसीना के भारत भाग जाने और अभी तक अंतरिम सरकार नहीं बनने के कारण प्रदर्शनकारियों में काफी रोष है। वे अब मंदिरों को आग लगाने और हिंदुओं के घरों और दुकानों पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं के कई वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं।

पहले भी हिंदुओं पर होते रहे हैं अत्याचार:

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार कोई नई बात नहीं है। 1951 में, बांग्लादेश की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी 22% थी जो अब घटकर मात्र 8% रह गई है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1964 और 2013 के बीच 1.1 करोड़ से ज्यादा हिंदू धार्मिक प्रताड़ना के कारण बांग्लादेश छोड़कर भाग गए। हाल ही में शेख हसीना सरकार के कमजोर होने से बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और जमात-ए-इस्लामी के मजबूत होने की संभावना बढ़ गई है। इन दोनों ही दलों का झुकाव कट्टरपंथी इस्लाम की ओर माना जाता है, जिससे हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ने की आशंका है। हिंदुओं को बांग्लादेश में सॉफ्ट टारगेट समझा जाते हैं।

हिंदुओं के घरों और दुकानों पर लूटपाट:

बांग्लादेश के अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को कम से कम 27 जिलों में भीड़ ने हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमला किया और उनकी कीमती चीजें लूट लीं। बांग्लादेश के खुलना डिवीजन में स्थित मेहेरपुर में इस्कॉन मंदिर और एक काली मंदिर में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने ट्वीट किया, 'मेहेरपुर में हमारा एक इस्कॉन केंद्र (किराए का) जला दिया गया, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियां भी शामिल हैं। केंद्र में रहने वाले तीन भक्त किसी तरह भागने और बचने में कामयाब रहे।

हिंदुओं की निर्मम हत्या:

बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों के दौरान भयानक हिंसा भड़क उठी, जिसमें रविवार को 100 से ज्यादा लोग मारे गए। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे और इसी दौरान पुलिस से झड़प हुई। इस हिंसा में रंगपुर नगर निगम के हिंदू पार्षद हरधन रॉय की हत्या कर दी गई। एक अन्य पार्षद काजल रॉय की भी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने हरधन रॉय की हत्या का मुद्दा उठाया।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो है भयानक:

बांग्लादेश में एक हिंदू सुमदाय के शख्स की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में पिरोजपुर जिले में एक लड़की मदद की गुहार लगाती दिख रही है। एक अन्य वीडियो में चटगांव के नवग्रह बाड़ी में एक मंदिर को उग्र भीड़ की ओर से जलाते हुए दिखाया गया है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने एक्स पर एक पोस्ट में, हिंदू समुदाय के मंदिरों, घरों और प्रतिष्ठानों पर 54 हमलों की सूची दी है। इनमें इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर यह हमले 2021 के बाद से सबसे गंभीर हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए थे।


मरने वालों की संख्या चार सौ पार:

बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई। खबरों के मुताबिक शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा की मौत हुई है। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। सूत्रों के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने के बावजूद मंगलवार को स्थिति सामान्य होने के संकेत मिले और पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की खबरों से भारत में चिंता बढ़ गई है। बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी घटकर 8% रह गई है और 1964 से 2013 के बीच 1.1 करोड़ से ज्यादा हिंदू धार्मिक प्रताड़ना के कारण देश छोड़कर भाग चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए, पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार को चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश से हिन्दू शरणार्थी आते हैं तो उन्हें शरण देने के लिए तैयार रहें। बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हाल के दिनों में हिंदुओं पर हमलों की खबरों ने डर का माहौल पैदा कर दिया है।