सालासर बालाजी के लख्खी मेले का आगाज, व्यवस्थाए चाक चौबंद 

सालासर बालाजी के लख्खी मेले का आगाज, व्यवस्थाए चाक चौबंद 


जयपुर टाइम्स 
सालासर। जन जन के आराध्य देव कुलदेवता श्री बालाजी महाराज के शरद पूर्णिमा के लक्खी मेले को लेकर हजारों श्रद्धालु हर रोज सालासर पहुँच रहे है। रविवार को एकादशी होने के कारण श्रद्धालु कम ही संख्या में सालासर पहुंचे। श्री हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि 17 अक्टूबर को पूर्णिमा को लेकर हर रोज भक्त सालासर पहुँच रहे है श्री हनुमान सेवा समिति के उपाध्यक्ष मनोज पुजारी ने बताया कि मेले में आने वाले भक्तों के लिए माकूल व्यवस्थायें की गई है। मंदिर की दर्शन व्यवस्था की भी सुगम और सरल बनाया गया है। ताकि बालाजी महाराज के भक्त आसानी से दर्शन कर सके। इधर मेले को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर चल रहा है। मेले में परिवहन विभाग भी मुस्तैद दिखा। आरटीओ इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने 4 ओवर लोड बसों को चालान काटा।

अग्रवाल परिवार ने पेश की मिशाल:

सुजानगढ़ निवासी जिंदल परिवार के सदस्यों ने कनवारी परिवार पिछले 45 साल से वीर हनुमान मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। विनोद अग्रवाल ने बताया की उनके पिताजी सागरमल अग्रवाल की ओर से बालाजी के आने वाले भक्तों की सेवा में भंडारा शुरू किया था। जो अनवरत जारी है। चंद्रशेखर अग्रवाल ने बताया की भंडारे में मेडिकल सुविधा, चाय, कॉफी, एक्यूप्रेशर, गर्म पानी, भोजन निशुल्क दिया जा रहा है। आकाश अग्रवाल ने बताया कि इस भंडारे की खास बात है की इसमें डिस्पोजल का उपयोग नहीं लिया जाता। स्टील के बर्तनों में भक्तों को प्रसाद दिया जाता है। भंडारे में बनवारीलाल अग्रवाल, नागरमल, चंद्रशेखर, लीलाधर, कैलाश चंद्र, विनोद कुमार, लंकेश कुमार, सुरेंद्र कुमार सहित परिवार के सदस्य सेवा में जुटे हुए है।

सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन चाक चौबंद:

लक्खी मेले को लेकर पुलिस प्रशासन भी अपनी कमर कस ली है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया। पुलिस थाने के पास बने हॉल में आला अधिकारीयों ने बैठक कर जवानों को मेले में ड्यूटी का महत्व बताते हुए हर गतिविधि पर ध्यान रखने को कहा गया। एएसपी व सीओ ने जवानों को मेले में हर संदिग्ध गतिविधि पर ध्यान देने को कहा। सालासर थानाधिकारी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि 791 जवानों कि मेला सुरक्षा को लेकर ड्यूटी लगाई गई है।

श्रद्धालुओ की जान जोखिम में डाल रहे है वाहन चालक :

जैसे जैसे मेला परवान चढ़ रहा है वैसे वैसे भक्तों की भी संख्या लगातार बढ़ रही है। आने वाले श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर सफऱ कर रहे है। आने वाले भक्त बसों की छत पर बड़ी संख्या में अपने घरों की और लोट रहे है। जिसके कारण उनकी जान भी जोखिम में डाली जा रही है। निजी बस सचालक मोटी कमाई के चक्कर में श्रद्धालुओं की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है।