जयपुर कोचिंग सेंटर में बच्चों के बेहोश होने का मामला: मिर्ची की गंध से जुड़ा बयान, सीवरेज गैस का कोई सबूत नहीं  

जयपुर कोचिंग सेंटर में बच्चों के बेहोश होने का मामला: मिर्ची की गंध से जुड़ा बयान, सीवरेज गैस का कोई सबूत नहीं  

जयपुर के गोपालपुरा बाइपास स्थित उत्कर्ष कोचिंग सेंटर में बच्चों के बेहोश होने के मामले में नया मोड़ आया है। नगर निगम की जांच रिपोर्ट में सीवरेज गैस या किसी ब्लॉकेज से हादसे की संभावना को खारिज कर दिया गया है। बच्चों ने मिर्ची की गंध आने का बयान दिया है।  

 प्रमुख बिंदु:  
- घटना का समय और जगह:  
  - रविवार शाम 6:45 बजे, प्रथम तल पर बच्चों ने अचानक गंध महसूस की और बेहोश होने लगे।  
  - 10 स्टूडेंट्स को सोमानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।  

- नगर निगम की जांच रिपोर्ट
  - **सीवरेज गैस या ब्लॉकेज नहीं  
    - कोचिंग और आसपास के सीवर लाइन और चैंबर की जांच की गई।  
    - न कोई ब्लॉकेज मिला और न ही सीवरेज की बदबू।  
  - मिर्ची की गंध का बयान 
    - बच्चों ने जांच टीम को बताया कि हादसे से पहले क्लास में मिर्ची जैसी गंध महसूस हुई।  

- कोचिंग सेंटर सील:  
  - घटना के बाद कोचिंग सेंटर को जांच पूरी होने तक सील कर दिया गया है।  

 पृष्ठभूमि:  
इस मामले में नगर निगम मानसरोवर जोन उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा की अगुवाई में जांच की गई। शुरुआती जांच में किसी गैस या सीवरेज समस्या की पुष्टि नहीं हुई।  

अगला कदम: नगर निगम अब इस मामले में अन्य संभावित कारणों की जांच करेगा। वहीं, छात्रों और कोचिंग सेंटर प्रशासन के बयान पर ध्यान दिया जाएगा।