प्राईवेट अस्पतालों में सुनसान, रूठे रहे भगवान
राईट टू हैल्थ के विरोध में काम पर नहीं लौटे डॉक्टर
चूरू। राईट टू हैल्थ बिल के खिलाफ उतरे प्राईवेट अस्पतालों के डॉक्टर सातवें दिन भी काम पर नहीं लौटे। शनिवार को अस्पतालों में सुनसान रही और भगवान रूठे रहे तो रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही जिले के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
एक ओर भरतिया अस्पताल में राईट टू हैल्थ के विरोध में काली पट्टी बांधकर मरीजों की जांच करते रेजीडेन्ट चिकित्सक तो दूसरी ओर प्राइवेट अस्पताल नहीं खुले। जिससे रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। डॉ.मंगल कौशिक ने बताया कि राज्य सरकार ने राइट टू हेल्थ के विरोध में प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट् डॉक्टरों पर पुलिस ने मारपीट की थी। जिसमें कई डॉक्टर्स घायल हो गए थे।जिसके विरोध में आज रेजिडेंट डॉक्टरों ने राजकीय भरतिया अस्पताल में काली पट्टी बांधकर विरोध किया गया है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार से दो घण्टे का प्रतिदिन कार्य बहिष्कार किया था। फिर भी अस्पताल में काली पट्टी बांधकर मरीजो के स्वास्थ्य की जांच की है।
इसीक्रम में प्राईवेट डॉक्टर्स संगठन की ओर से राईट टू हैल्थ बिल में संशोधन की मांग की जा रही है। प्राईवेट डॉक्टर्स का कहना है कि इस बिल से चिकित्सकों को कितनी परेशानी का सामना करना पड़ेगा सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार जब तक इस बिल में संशोधन नहीं करती है तब तक आन्दोलन जारी रहेगा।