सुजानगढ़ रेलवे स्टेशन पर तीव्र गति से चल रहा पुनर्विकास का कार्य 

सुजानगढ़ रेलवे स्टेशन पर तीव्र गति से चल रहा पुनर्विकास का कार्य 


जयपुर टाइम्स 
सुजानगढ़। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल पर अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पुनर्विकसित सुजानगढ़ स्टेशन पर नई अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं तथा मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन से यात्रियों को बेहतर और उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान की जाएगी। डीआरएम सिंह ने बताया कि स्टेशन बिल्डिंग में प्लेटफार्म का विस्तार के साथ प्लेटफार्म शेड और ग्रेनाइट का कार्य पूरा कर लिया गया है तथा यात्रियों की सुविधा के लिए नए स्टेशन भवन में वेटिंग हॉल और वेटिंग रूम का कार्य पूरा हो गया है, जिसमें इस निर्माण कार्य के तहत विशिष्ट अथिति कक्ष, यात्रियों के वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा मुख्य द्वार, सर्कुलेटिंग एरिया इत्यादि का निर्माण कार्य किया जाएगा। नए स्टेशन बिल्डिंग के वेटिंग हॉल, वेटिंग रूम, वीआईपी लाउंज, एस.एस. रूम का फिनिशिंग कार्य प्रगति पर तथा मुख्य भवन में सर्कुलेटिंग एरिया में सर्फेसिंग का काम पूरा होने के साथ कुल 80 प्रतिशत कार्य पूरा लिया गया है। सुजानगढ़ स्टेशन पर 19.33 करोड़ की लागत से अनेक कार्य करवाए जा रहे हैं। जिनमें अलग- अलग प्रवेश और निकास द्वार के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विकास और प्लेटफार्म संख्या 01 को उच्च स्तर तक ऊँचा करना, ऑटो, दो पहिया और चार पहिया वाहनों के लिए अलग पार्किंग, यात्रियों को उतारने और चढ़ाने के लिए  बरामदे (पोर्च) का प्रावधान, दोगुनी ऊंचाई वाले चौड़े प्रवेश आदि के प्रावधान शामिल हैं। इसी प्रकार महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग बेहतर प्रतीक्षा- कक्ष का प्रावधान, नये अतिथि कक्ष (वीआईपी रूम) और रेल कोच जलपान गृह का प्रावधान, स्टेशन भवन के आंतरिक भाग का सुधार, 12 मीटर चौड़े ऊपरी पैदल पुल (एफओबी) का प्रावधान भी रखा गया है। इसी प्रकार नए प्लेटफार्म आश्रयों (सेल्टर्स) का प्रावधान, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं सहित नये शौचालय ब्लॉक और पानी बूथ का प्रावधान जिसमें सभी सुविधाओं तक दिव्यांग जनों की पहुंच बनाने के लिए उपयुक्त स्थान पर लगाना, बेहतर संकेत चिन्हों का प्रावधान, प्लेटफार्म पर कोच प्रदर्शन बोर्ड का प्रावधान, स्टेशन पर होर्डिंग और बेहतर फर्नीचर का प्रावधान किए गए हैं, ताकि आम यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।