जयपुर में क्यों चला पीला पंजा कॉलोनी वासियों ने क्या कहा जाने पूरी खबर

जयपुर, 18 जून - जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) द्वारा मानसरोवर इलाके में अतिक्रमण हटाने की चार दिन की कार्रवाई के पहले दिन मंगलवार को अधिकारियों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा।

महिलाओं ने जेसीबी को आगे बढ़ने से रोकते हुए घर नहीं तोड़ने की गुहार की। इसके बाद मुआवजे की मांग को लेकर अधिकारियों से भी उलझ गईं। अंततः समझाइश के बाद करीब 10 बजे अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई।

जेडीए ने पहले दिन 80 से ज्यादा अवैध निर्माण तोड़े, जिसमें मकान-दुकानों के अलावा दो स्कूल भी शामिल हैं। एक स्कूल की बिल्डिंग को पूरी तरह तोड़ा गया, जबकि सेंट टेरेसा स्कूल की अवैध बाउंड्रीवॉल को हटाया गया। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इस स्कूल का बड़ा हिस्सा अवैध है, जिसे अधिकारियों ने दबाव में नहीं तोड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल को नोटिस जारी किया गया है।

न्यू सांगानेर रोड (मानसरोवर) से वंदे भारत रोड तक प्रस्तावित 100 फीट चौड़ी सड़क बनाने के लिए करीब 2.5 किलोमीटर एरिया से अतिक्रमण हटाया जाएगा। जेडीए ने कोर्ट के आदेश के बाद इन प्रभावितों को धारा 72 का नोटिस जारी करके 17 जून तक खुद से निर्माण हटाने का समय दिया था।

इस कार्रवाई से स्थानीय जनता में रोष है, और कई लोग अपनी समस्याओं और मुआवजे की मांग को लेकर चिंतित हैं। जेडीए की इस कठोर कार्रवाई ने मानसरोवर में हलचल मचा दी है।