बेमौसम बरसात से मण्डी में लाखों रुपए की कपास खराब मण्डी में कपास रखने के पुख्ता इंतजाम नहीं
खैरथल। क्षेत्र में शनिवार को दोपहर से शाम तक चले बारिश के दौर से नई अनाज मंडी में किसानों द्वारा लाई गई कपास व बाजरा भीगने से खराब होने से नुकसान हो गया।
शनिवार को मण्डी में करीब तीन से चार हजार पोट कपास की आई हुई थी। जो खुले ढेर के रूप में सड़क पर लगी हुई थी। अचानक दोपहर बाद बरसात का दौर आरम्भ हो गया। किसानों व व्यापारियों ने जैसे तैसे तिरपाल ढक कर ऊपर से तो भीगने से बचा लिया लेकिन नालियों व सड़क का पानी में कपास डूब गई। कपास के गीले हो जाने पर खरीदारों ने खरीदने से भी परहेज़ किया।
मण्डी में मिले किसानों व व्यापारियों ने बताया कि ए ब्लॉक के सामने सहित अन्य सरकारी फड़ो पर टीन शेड नहीं होने की वजह से उनका माल भीगता है। अगर कृषि उपज मंडी इस ओर ध्यान दे तो नुकसान से बचा जा सकता है।
उधर, किसानों ने आरोप लगाया कि सरकारी फड़ो पर टीन शेडो के नीचे व्यापारियों का माल लगा रहता है, जबकि किसान द्वारा लाई गई जिंस को खुले में पटका दिया जाता है।
इनका कहना है -
इस संबंध में जब कृषि उपज मंडी समिति सचिव सुरेंद्र कुमार सैनी से दूरभाष पर बात की तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि सरकारी फड़ो पर व्यापारियों का माल लगा हुआ है जबकि ऐसा नहीं है। सरसों खरीद के समय व्यापारियों को नोटिस देते हुए फड़ खाली करा दिए थे।