जीवन लक्ष्य तय कर पूरी शक्ति से आगे बढें -डॉ जैन - अलवर आईटीआई में इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट का उद्घाटन

जीवन लक्ष्य तय कर पूरी शक्ति से आगे बढें -डॉ जैन - अलवर आईटीआई में इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट का उद्घाटन

-अशोका फाउंडेशन की अमृतजलधारा मुहिम के तहत लगाया इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट
अलवर। अलवर आईटीआई में शनिवार को इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट का उद्घाटन किया गया। आईटीआई को यह इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट अशोका फाउंडेशन द्वारा स्कूल, कॉलेज के बच्चों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की अमृत जलधारा मुहिम के तहत उपलब्ध करवाया गया है। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर आयकर आयुक्त, नई दिल्ली डॉ धीरज कुमार जैन थे। जबकि जिला रसद अधिकारी जितेंद्र नरूका, उपायुक्त सेल्स टैक्स हरिओम मीणा, यूएसए प्रवासी एनआरआई राजा वैराष्टक, फोरेस्टर जोगेन्द्र सिंह चौहान, प्रमोद शर्मा व हेमन्त यादव विशिष्ट अतिथि थे। सबसे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और भगवान विश्वकर्मा की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित किया।
इस अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि भारतीय राजस्व सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और अपर आयकर आयुक्त डॉ धीरज कुमार जैन ने आईटीआई के प्रशिक्षणार्थियों से मुखातिब होते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में जलसेवा को सबसे बडा धर्म माना गया है। आईटीआई में शुद्ध व शीतल जल की जरूरत को देखते हुए इंडस्ट्रियल आरओ प्लांट अशोका फाउंडेशन की ओर से उपलब्ध कराया गया है ताकि सभी बच्चों और स्टाफ की पेयजल समस्या का समाधान हो सके। फाउंडेशन इसी प्रकार से अधिकाधिक विद्यालयों मैं वाटर कूलर, फिल्टर और आरओ प्लांट आवश्यकतानुसार लगाने का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि आईटीआई में सीखा गया हुनर जीवन भर काम आने वाला है, लेकिन यहीं नहीं रूकें, जीवन के लक्ष्य तय करें और उन लक्ष्यों की पूर्ति में अपनी पूरी शक्ति लगा दें। सफलता अवश्य मिलेगी। डॉ जैन ने फाउंडेशन की ओर से चिकित्सा, पर्यावरण, शिक्षा, रोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से भी मौजूद जनों को अवगत कराया।
जिला रसद अधिकारी जितेंद्र सिंह नरूका ने कहा कि रोजगार के अवसरों की कमी नहीं है। सही कौशल सही तरीके से और सही समय पर सीखने की है। अगर यह काम समय रहते कर लिया जाए तो रोजगार के अवसर बहुत मिलेंगे। इसलिए जीवन के लक्ष्यों को तय करते समय और कौशल का जरूर ध्यान रखें। सेल्स टैक्स विभाग के उपायुक्त हरिओम मीणा ने कहा कि शुरूआत छोटे स्तर से हो सकती है, लेकिन यदि लक्ष्य बडे हों तो बहुत आगे बढा जा सकता है। उन्होेंने अपने अनुभव शेयर करते हुए आईटीआई प्रशिक्षणार्थियों का उत्साहवर्द्धन किया। अमेरिका प्रवासी राजा वैराष्टक ने कहा कि जो भी कार्य यहां आप सीखें पूरी तल्लीनता से सीखें। जरूरी नहीं कि हर काम आए, लेकिन जो काम आप सीख रहे हैं, उसमें आपके जोड का कोई नहीं हो। अगर यह ध्यान रखकर आईटीआई में हुनर सीखोगे तो सफलता कदमों में होगी। उन्होंने बच्चों से अमेरिका के अनुभव भी शेयर किए। आईटीआई प्राचार्य अजीत कुमार मीणा ने अतिथियों का स्वागत किया और आईटीआई का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी अनुराग जैन, समूह अनुदेशक नारायण लाल मीणा, श्रीचंद मीणा, रामजीलाल मीणा, विनय यादव, रिचा साईवाल, रामकिशन, महेश दास, संजीव भार्गव, मुकेश सिंहघल सहित काफी संख्या में आईटीआई स्टाफ के सदस्य और प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम के पश्चात अतिथियों ने आईटीआई का निरीक्षण किया।