बाड़मेर इंजीनियरिंग कॉलेज में अयोग्य लोगों की भर्ती पर विवाद

बाड़मेर इंजीनियरिंग कॉलेज में अयोग्य लोगों की भर्ती पर विवाद

रावतसर बाड़मेर की विधायक डॉक्टर प्रियंका चौधरी ने बुधवार को विधानसभा में बाड़मेर इंजीनियरिंग कॉलेज की लचर स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने पिछले छह वर्षों से कॉलेज की बिगड़ती हालत पर गंभीर चिंता जताई और कॉलेज में तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों की अयोग्यता का मुद्दा उठाया।

विधायक चौधरी ने पूर्व विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज में अयोग्य कर्मचारियों की भर्ती उनके कारण हुई है। उन्होंने कहा कि ये कर्मचारी पूर्व विधायक के चहते हैं और कॉलेज में शायद ही कभी उपस्थित रहते थे। पूर्व विधायक की सह पर ये लोग घर बैठे ही भारी वेतन उठाते रहे। 

विधायक ने कहा कि कॉलेज के 80% कर्मचारियों की अयोग्यता के कारण कॉलेज की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक के निजी सहायक और उनके स्वजन को अलग-अलग पदों पर नियुक्त किया गया, जिससे कॉलेज की स्थिति एक कबाड़खाना बन गई।

विधायक प्रियंका चौधरी ने कॉलेज की बेहतरी के लिए स्थाई भर्ती की मांग की, ताकि योग्य लोगों को रोजगार मिले और छात्र-छात्राओं को कुशल तकनीकी शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने अयोग्य कर्मचारियों की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग भी की।