खेल खिलाड़ी को जिन्दगी जीना सिखाते है - डॉ. कृष्णा पूनिया
टेनिस क्ले कोर्ट का हुआ लोकापर्ण
खेलों इंडिया पदक विजेता खिलाड़ियों का किया सम्मान
जयपुर। खेल खिलाड़ी का जीना सिखाते है। भारत की पदक लाने की सोच खिलाड़ियों का तनावग्रस्त करती है। जिसे बदलने की जरूरत है। अभिभावकों को चाहिए कि वह खिलाड़ी को मनोबल नहीं टूटने दे। यह बात मंगलवार को सवाईमान सिंह स्टेडियम स्थित टेनिस क्ले कोर्ट के उद्वघाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष पदमश्री डॉक्टर कृष्णा पूनिया ने खिलाड़ियों से कहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने खेल व खिलाड़ियों को लेकर बजट में काफी घोषणाएं कर प्रदेश में खेलों का वातावरण बनाने को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर कर दी है। पूनिया ने कहा कि खिलाड़ी को आमजन से काफी मनोबल मिलता है। जिसके दम पर अपने द्वारा संजोंए गए सपने पूरे किये जा सकते है।
डॉ. पूनिया ने कहा कि आज प्रदेश में खेलों का वातावरण बना है। जिसके कारण युवा पीढ़ी मोबाइल व टी.वी. की दुनिया को छोड़कर खेल मैदानों की ओर अपना रूख करने लगे है। अब खेलों के जरिये राज्य सरकार ने खिलाड़ियों के लिए नौकरी के द्वार खोल दिए है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम. एन. ने खिलाड़ियों से कहा कि खिलाड़ी का शरीर स्वस्थ्य व मस्तिष्क विकसित रहना चाहिए। शरीर के स्वस्थ्य रहने से जिन्दगी के सारे सुख संभव है। उन्होंने कहा कि कर्म करना आपके अधिकार में है, परिणाम नहीं। भविष्य में रहना जिन्दगी जीने का मूल मंत्र है। दिनेश एम. एन. ने कहा कि नकारात्मक सोच होने पर शारीरिक क्रियांए करने से काफी हद तक राहत मिलती है। इसके साथ खिलाड़ियों को खेल भावना जिन्दगी भर अपने जेहन में रखनी चाहिए। सफलता जीवन में स्थायी नहीं होती है, इसलिए जोश बरकरार रखना चाहिए।
इससे पहले 11 लाख की लागत से बने टेनिस क्ले कोर्ट का पदमश्री डॉक्टर कृष्णा पूनिया व दिनेश एम.एन. ने शिला पटिृका का अनावरण करते हुए कोर्ट का उद्वघाटन किया।
राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. जी.एल.शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए सवाईमान सिंह स्टेडियम में चल रही खेल गतिविधियों एवं योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
समारोह के दौरान हाल ही में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, राज्य खेल संघों के पदाधिकारी, खेलप्रेमी व काफी संख्या में खिलाड़ी मौजूद थे।