विश्व एड्स दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर: ट्रांसजेंडर और विशेष योग्यजनों के अधिकारों पर चर्चा

विश्व एड्स दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर: ट्रांसजेंडर और विशेष योग्यजनों के अधिकारों पर चर्चा

अलवर। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अलवर द्वारा जे.के. हॉस्पिटल के पास बख्तल की चौकी, एमआईए अलवर में एक विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर और जिला न्यायाधीश एवं प्राधिकरण अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह के निर्देश पर आयोजित किया गया। 

एड्स जागरूकता और कानूनी अधिकार
शिविर का शुभारंभ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के थीम सॉन्ग *'एक मुठ्ठी आसमान'* के साथ हुआ। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहन लाल सोनी ने एड्स के कारण, लक्षण, बचाव और समय पर उपचार के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने एड्स रोगियों के कानूनी अधिकारों और उनके प्रति समाज की जिम्मेदारियों के बारे में बताया। 

विशेष योग्यजन और ट्रांसजेंडर के अधिकार  
सोनी ने ट्रांसजेंडर और विशेष योग्यजनों के शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और गरिमापूर्ण जीवन जीने के अधिकारों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा और न्यायिक संरक्षण के विषयों पर भी प्रकाश डाला। 

विशेषज्ञों की जानकारी
जे.के. हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर जमशेद और अरावली चेरिटेबल ब्लड सेंटर के संचालक दिलीप कुमार ने एड्स के फैलने के कारण, लक्षण, उपचार और बचाव पर जानकारी दी। 

विधिक सेवा प्राधिकरण की जानकारी  
अधिकार मित्र मुस्तफा खान ने नालसा हेल्पलाइन 15100 और प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया। मुबीन खान ने बाल विवाह रोकथाम और उससे संबंधित कानूनी पहलुओं पर चर्चा की। 

स्थानीय सहयोग और सहभागिता
शिविर में डॉक्टर ईश्वर चौधरी, हॉस्पिटल स्टाफ और स्थानीय नागरिकों ने सक्रिय भाग लिया। मंच संचालन शिक्षाविद चितरंजन तिवारी ने किया। यह शिविर एड्स और समाज के अन्य संवेदनशील मुद्दों पर जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।