कर्मचारियों की पुलिस के साथ हुई झड़प,
निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर दिया धरना, शाम को प्रशासन ने मांगा दो दिन का समय
सुजानगढ़ (नि.सं.)। पुलिस बल के साथ कर्मचारियों को एसडीएम कोर्ट जाने से रोकने के लिए तैनात डीएसपी रामप्रताप विश्नोई, सदर थानाधिकारी मनोज मूंड के साथ कर्मचारियों की झड़प हुई है। पर्याप्त पुलिस जाप्ता तैनात होने के बावजूद भी कर्मचारी जोर आजमाईश करते हुए उपखंड कार्यालय तक पहुंच गए। दरअसल पीसीबी स्कूल के छात्र रजाक मोयल ने दो दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। जिस पर चार शिक्षकों के विरूद्ध लाडनू थाने में मामला दर्ज किया गया। पीड़ित पक्ष की ओर से धरने प्रदर्शन हो रहे थे और शिक्षा विभाग ने चारों को सस्पेंड दिया।
निलंबन को लेकर कर्मचारी संगठनों में आक्रोश हो गया और सभी सैंकड़ों की संख्या में लोहिया स्टेडियम से रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय जा रहे थे। लेकिन गणेश मंदिर के पास डीएसपी रामप्रताप विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस जाप्ता तैनात था। जब पुलिस ने कर्मचारियों को आगे नहीं जाने दिया, तो कर्मचारी पुलिस से उलझ गये और आगे जाने की बात को लेकर झड़प हो गई। धक्का मुक्की के दौरान सदर थानाधिकारी मनोज मूंड, बीदासर थानाधिकारी जगदीशसिंह आदि के साथ कर्मचारियों की झड़प हुई। करीब पांच मिनट तक यह सब चलता रहा और पुलिस बल के बावजूद कर्मचारी एसडीएम कार्यालय की तरफ जाने में कामयाब रहे।
उपखंड कार्यालय पर एसडीएम मूलचंद लणिया से मिले शिष्टमंडल ने अवगत करवाया है कि बिना जांच के निलंबन किया गया है, उसको वापिस लिया जावे और जांच में दोषी पाये जाने पर ही कार्यवाही की जावे। वहीं उपखंड कार्यालय पर सैंकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने शाम को धरना दे दिया है और निलंबन वापस लेने की मांग की। वक्ता आंदोलन को प्रदेश स्तर ले जाने की चेतावनी भी प्रशासन को देर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। कर्मचारियों के शिष्टमंडल में सरोज पूनिया, गुरूदेव गोदारा, धर्मसिंह मीणा, त्रिलोकचंद किलका, महावीर प्रजापत, कुसुम शर्मा, राजेश गौड़ सहित अनेक कर्मचारी शामिल रहे। उपखंड अधिकारी मूलचंद लूणिया ने बताया कि मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करवाकर समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि प्रशासन ने दो दिन का समय मांगा है, जिसके बाद एक बार के लिए धरना स्थति कर दिया गया है।
इससे पहले सभी कर्मचारी लोहिया स्टेडियम में एकत्रित हुए जहां पर सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित कर्मचारियों को शिक्षक नेता गुरूदेव गोदारा, भंवरलाल पांडर, राजेश गौड़, त्रिलोकचंद कीलका, सरोज पूनिया वीर, धर्मसिंह मीणा, नरेंद्रसिंह भाटी सहित अनेक वक्ताओं ने सम्बोधन दिया और कर्मचारी एकता जिन्दाबाद के नारे लगाये।