ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी ताला लगाकर किया विरोध प्रदर्शन, मांगे नहीं मानने पर मेगा हाईवे जाम की दी चेतावनी
सरदारशहर। तहसील के गांव आसपालसर के ग्रामीणों ने शनिवार को दूसरे दिन भी गांव की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों की विद्यालय के प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली। धरने पर बैठे आरएलपी नेता लालचंद मुंड ने बताया कि प्रतिनियुक्ति पर गए अजीत अली खां व सोमचंद्र भाम्भू की प्रतिनियुक्ति निरस्त करने की मांग को लेकर ग्रामीण दूसरे दिन भी विद्यालय के ताला लगा कर धरने पर बैठे हैं। प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी ग्रामीणों से मिलने नहीं आया है। जिसके चलते ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इस दौरान ग्रामीणों ने आरएलपी नेता लालचंद मुंड के नेतृत्व में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान आरएलपी नेता सांवरमल जाखड़ व राकेश चौधरी ने बताया कि आसपालसर गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में 109 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिनकी वार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली है। फिर भी शिक्षा विभाग द्वारा दो अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति कर दी है। जिनकी प्रतिनियुक्ति निरस्त करने की मांग को लेकर दूसरे दिन भी विद्यालय के ताला लगाया गया है। एक साथ 2 अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति होने के चलते विद्यालय का अध्यन अध्यापन का काम काफी प्रभावित हुआ है। जिसके चलते ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश है। यदि हमारी मांगों को नहीं माना गया तो ग्रामीणों की ओर से सोमवार को मेगा हाईवे जाम किया जाएगा। वहीं ग्रामीणों की ओर से दूसरे दिन भी विद्यालय के ताला लगाकर आक्रोश व्यक्त किया गया है। वहीं गांव के इंदरचंद धेतरवाल ने बताया कि यह परीक्षा के समय पर एक मेहनती शिक्षक को अस्थाई स्थानांतरण करके बच्चो की पढाई चौपट करने का कार्य किया है। इसके कारण पूरे ग्रामीणों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के प्रति रोष है। ग्रामीण राजवीर सिंह ने बताया कि स्कूल की जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इस शिक्षक ने स्कूल की जमीन को खाली करवाने के लिए कब्जा धारियों को खाली करने के लिए कहा था। उस बात को लेकर इस शिक्षक को अस्थाई स्थानांतरण कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि स्कूल की जमीन खाली करवाई जाए और शिक्षक सोमचंद भांभू को वापस इसी स्कूल में लगाया जाए ताकि ग्रामीणों का आक्रोश शांत हो सके। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते हुए शिक्षक का डेपुटेशन रद्द नहीं किया गया तो सोमवार को मजबूरन ग्रामीण सरदारशहर मेगा हाईवे को जाम करेंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान जमकर शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान प्रदर्शन में लालचंद मूड, सांवरमल जाखड़, राकेश चौधरी, पवन स्वामी, महावीर चौधरी, महावीर धेतरवाल, महावीर सिंह बिका, रामचंद्र फौजी, इंद्र सिंह धेतरवाल, रिद्ध सिंह, घनश्याम पारीक, रघुवीर सिंह, मनीराम सारण, भगवानाराम जांधु, मुखराम, फुलाराम, लेखराम, लालचंद जाधु, लीचू राम जांगू, डूंगर सारण, लूणाराम मेघवाल, राजू खाती, पृथ्वी सिंह बिका, मांगीलाल कटारिया, पुरखाराम चालिया, लिछुराम जांगू, मांगीलाल भादू, ताराचंद जांगू, सुरेश सारण, राजू कस्वां, लालचंद जांगू, गिरधारी पांडिया, सुरजाराम कड़वासरा, हनुमाना राम, बड़केश्वर मुंशी, राजवीर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।