पालवास गौशाला करणी माता मंदिर में गौ सेवा संकल्प के साथ हनुमत कथा का विश्राम
सीकर। पालवास स्थित श्री गोपाल गौशाला करणी माता मंदिर में गोहितार्थ चल रही हनुमान कथा का विश्राम व्यासपीठ से प्रकाश भाई जी द्वारा श्रोताओं और उपस्थित जनसमूह से गौ सेवा संकल्प के साथ हनुमत कथा को विश्राम दिया गया।
पांच दिवसीय चली इस हनुमत कथा में हनुमान जी महाराज के चरित्र का विस्तृत उल्लेख इस कथा में हनुमान जी की सेवा, भक्ति, त्याग, समर्पण और श्रद्धा संकल्प की शक्ति से अवगत करवाया गया। इस कलयुग में हनुमान जी ही एक ऐसे अजर अमर देव हैं जिनकी स्तुति और स्मरण से बड़े से बड़े संकट से मुक्ति पाई जा सकती है इसीलिए हम सब सनातनी नित्य कम से कम हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें जिससे आपके व्यक्तिगत जीवन और संपूर्ण मानवता और प्राणी मात्र के संकट से छुटकारा पाया जा सके। पांच दिवसीय इस हनुमत कथा में जो भी श्रद्धालु आए उनसे व्यासपीठ पर विराजमान प्रकाश भाई जी ने गौ सेवा का संकल्प दिलाकर इस हनुमत कथा को विश्राम दिया। उन्होंने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलयुग में हनुमान जी का स्मरण और गाय की सेवा करके ही इस भवसागर से मुक्ति पाई जा सकती है जो व्यक्ति हनुमत जाप, माता पिता की सेवा और गौसेवा में अपना समय और समर्पण देते हैं वह व्यक्ति निश्चित तौर पर इस सांसारिक और अलौकिक सुख का लाभ भोगते हैं
इस अवसर पर आज श्री गोपाल गौशाला के करणी गोधाम में वेद प्रकाश गोयल ने श्री रामानंदनी वैष्णव परंपरा में सन्यास मंत्र दीक्षा चंद्रमा दास जी से परम गौ भक्त प्रकाश भाई जी के सानिध्य में लेकर सन्यास जीवन में प्रवेश करके सदा सनातन धर्म की रक्षा एवं गौ सेवा का संकल्प के साथ सन्यास ग्रहण किया। वेद प्रकाश गोयल के सांसारिक जीवन से संन्यास जीवन में अनंत दास के रूप में आने पर साधु-संतों और अन्य भक्तों ने जयघोष के साथ उनका सम्मान किया।* हनुमत कथा के विश्राम के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। हनुमान कथा विश्राम दिवस पर महंत चंद्रमा दास जी महाराज, भगवान दास महाराज, सेवादास जी, रघुनंदन दास महाराज, संत दादू रामदास जी, रामदास महाराज, कौशल्या दास जी महाराज, भागवत दास,पुष्पेंद्र तिवारी सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से रौनक भाई साहब, विश्व हिंदू परिषद से राजेंद्र सिंह मुंडरू, राष्ट्रीय सेविका से संगीता देवी, एडवोकेट हनुमान सिंह पालवास, पूर्व अतिरिक्त जिला कलेक्टर ईश्वर सिंह राठौर, गौशाला संरक्षक चतुर्भुज कुमावत, केसरदेव पीपलवा, शिव भगवान बगड़िया, शंकरलाल जाखड़, रामगोपाल तुनवाल, शैतान सिंह कविया, हरिप्रसाद शर्मा, मगन सिंह, प्रदीप कुमावत, मुरारी लाल जोशी, शिवभगवान सोनी, पवन कुमार तासर, हरिप्रसाद चूड़ी अजीतगढ़ वाले, कजोड़ मल चूड़ी अजीतगढ़, कमल जीवराजका, मुकुंदलाल शर्मा, भीव सिंह पुरा, श्रवन सिंह पालवास, चिमनलाल हर्ष, प्रभु लाल केजड़ीवाल, गणपत तेतरवाल, जितेंद्र शर्मा, महेंद्र सिंह, कल्याण सहाय, बोदू सिंह, गोरधन सिंह, सांवरमल सैनी, विक्रम सिंह सहित गौ भक्त मौजूद रहे।