गांवों में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए गोपालन मंत्री का आह्वान
जयपुर, 6 नवंबर। राजस्थान के पशुपालन, गोपालन एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने बुधवार को उदयपुर स्थित सरस डेयरी का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने डेयरी में दुग्ध प्रोसेसिंग, गुणवत्ता नियंत्रण और दुग्ध उत्पाद निर्माण की प्रक्रियाओं का अवलोकन किया। मंत्री कुमावत ने विशेष रूप से घी, छाछ, लस्सी, पनीर, श्रीखंड, फ्लेवर्ड मिल्क, कुल्फी, मावा और पेड़ा जैसी विभिन्न उत्पादों की निर्माण विधियों की जानकारी ली और इन प्रयासों की सराहना की।
मंत्री ने गांवों में डेयरी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के साथ अधिक पशुपालकों को डेयरी व्यवसाय से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रखने और नवाचार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बल दिया। साथ ही उन्होंने परिसर में स्थित शबरी पार्लर को अधिक आकर्षक और सुंदर बनाने का सुझाव दिया।
दुग्ध संघ के अध्यक्ष डालचंद डांगी ने मंत्री का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया और प्रबंध संचालक विपिन शर्मा ने संघ की गतिविधियों और प्रगति का परिचय दिया। शर्मा ने दुग्ध उत्पादकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी, जिससे प्रदेश में डेयरी उद्योग के विकास को गति मिल सके।