शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मूंगस्का पर चिकित्सक नहीं होने से मरीज हो रहे हैं परेशान
अलवर। एक तरफ मौसमी बीमारी तो दूसरी तरफ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मूंगस्का पर चिकित्सक नहीं होने से मरीजों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मरीजों में रोष व्याप्त है।
मरीजों का कहना है कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मूंगस्का में पिछले करीब दो वर्ष से चिकित्सक नहीं है। ऐसे में वहां ना दवा का सहारा है ओर ना उपचार परामर्श का लाभ ही मिल पाता है। जहां उन्हें निजी चिकित्सालयों का सहारा लेना पड़ता है। वहीं जब शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक नहीं होगा तो नीम-हकीमों की भी पौ-बारह हो जाती है। ऐसे में उन्हें सिर्फ परेशानी के अलावा कुछ नहीं मिलता। अब ऐसे में उनका सहारा बस नीम हकीम या फिर निजी चिकित्सालय ही बन पाते हैं।
उधर सीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में तीन एनएचएम द्वारा मूंगस्का, पहाडगंज व अखैपुरा के चिकित्सालयों में पिछले करीब दो साल से चिकित्सक नहीं है। ऐसे में मरीजों को परेशान होना वाजिब है। इसके लिए हमने सरकार को सूचित किया है। पहले एक आयुर्वेद चिकित्सक था लेकिन उसका पदस्थापन के हिसाब से वापस उसे शाहजहांपुर भेज दिया। अब ऐसे में सरकार से फिर निवेदन करेंगे कि इन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक लगाए जाएं।