पूर्व सैनिकों ने निकाली रैली किया विरोध प्रदर्शन, आरक्षण को वर्ग में बांटने के खिलाफ जताया आक्रोश, मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को दिया ज्ञापन

पूर्व सैनिकों ने निकाली रैली किया विरोध प्रदर्शन, आरक्षण को वर्ग में बांटने के खिलाफ जताया आक्रोश, मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को दिया ज्ञापन

चूरू। भूतपूर्व सैनिक सेवा संघ चूरू के आह्वान पर पूर्व सैनिकों को राज्य सेवाओं में दिए जा रहे आरक्षण को वर्ग में बांटे जाने के विरोध में पूर्व सैनिकों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। 
पूर्व सैनिक सेवा संघ के आह्वान पर मंगलवार को इन्द्रमणी पार्क में पूर्व सैनिक एकत्रित हुए तथा निकाली। भारत माता की जयघोष से साथ पार्क से रवाना हुई रैली कलक्टर कार्यालय की ओर रवाना हुई। मुख्य मार्ग से होते हुए रैली में शामिल पूर्व सैनिक नारेबाजी करते हुए कलक्टरी पहुंचे जहां जमकर नारेबाजी हुई। कलक्ट्रेट के मुख्य द्धार पर पूर्व सैनिकों को रोक दिया गया तो रैली का नेतृत्व कर रहे प्रतिनिधियों ने कलक्ट्रेट में एक साथ प्रवेश कर कलक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात कही। पुलिस के जवानों ने संघ के प्रतिनिधियों से कहा कि वे प्रतिनिधि मण्डल के रूप में अपना ज्ञापन दें। 
काफी मशक्कत के बाद संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलक्टर को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि राजस्थान सिविल सेवा नियम अन्तर्गत राज्य के अधीन विभिन्न सेवाओं में पूर्व सैनिकों के आरक्षण का प्रावधान है। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि पूर्व सैनिकों को राज्य में राज्य सेवाओं में पांच प्रतिशत मंत्रालयिक, अधिनस्थ सेवा में 12.5 तथा चतुर्थ श्रेणी सेवा में 15 प्रतिशतआरक्षण का प्रावधान है। जबकि 7 दिसम्बर 22 को राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग की अधिसूचना में पूर्व सैनिकों के आरक्षण को वर्गवार कर दिया गया। जो पूर्व सैनिकों के हितों के खिलाफ है। 
पूर्व सैनिकों ने 7 दिसम्बर की अधिसूचना का विरोध करते हुए राज्य सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में दायर स्टे की याचिका को वापिस लेने, न्यूनतम अंक की बाध्यता खत्म करने, सशस्त्र द्वारा जारी शैक्षणिक, अनुभव प्रमाण पत्रों को राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्रदान करने की मांग की। मांगों के निराकरण की अपेक्षा करते हुए पूर्व सैनिकों ने समस्याओं का तत्काल समाधान करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में सुरेश शर्मा, गंगाराम नैण, महेश कुमार सहित बड़ी संख्या में संघ के प्रतिनिधि व पूर्व सैनिक शामिल थे।