"15 दिसंबर से शुरू होंगे मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर: निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार"
जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन शिविरों का उद्देश्य गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाकर अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित करना है। शिविर 15 दिसंबर से 31 जनवरी तक प्रदेश के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किए जाएंगे।
सर्वसमावेशी स्वास्थ्य सेवाएं
शिविरों में एलोपैथी और आयुष पद्धति से रोगों का निःशुल्क उपचार किया जाएगा। गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों का टीकाकरण, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर, और अंधता जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को एम्बुलेंस से उच्च चिकित्सा संस्थानों में ले जाकर उपचार दिया जाएगा।
विशेष सेवाएं:
शिविरों में 37 प्रकार की निःशुल्क जांचें उपलब्ध होंगी। जिला स्तर पर रेफरल और पंचायत मुख्यालयों पर फॉलोअप शिविर आयोजित किए जाएंगे। आयुष्मान कार्ड वितरण और ई-केवाईसी कार्य प्राथमिकता के साथ किए जाएंगे।
जनजागरूकता अभियान:
राठौड़ ने संबंधित विभागों को शिविरों की जानकारी व्यापक स्तर पर प्रचारित करने और लोगों को भागीदारी के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायतीराज, और शिक्षा विभाग जागरूकता अभियान में सहयोग करेंगे। साथ ही, शिविरों में *ईट राइट कैंपेन* और *श्रीअन्न* के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।
अन्य तैयारियां:
शिविरों में रक्तदान शिविरों का आयोजन और चिकित्सा संस्थानों की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाएगी। वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक में महिला एवं बाल विकास, पंचायतीराज, और राजस्व विभाग समेत सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी जुड़े।
यह पहल राज्य सरकार की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और नागरिकों को समग्र उपचार देने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि होगी।