राजस्थान राजनीति में नया मोड़: 75 विधायकों के इस्तीफों पर हाईकोर्ट ने उठाए सवाल
जयपुर।राजस्थान हाईकोर्ट ने कांग्रेस के 75 विधायकों के सामूहिक इस्तीफों के मामले में सोमवार को पूर्व मंत्री शांति धारीवाल समेत छह नेताओं को नोटिस जारी किया। कोर्ट ने पूछा कि 75 विधायकों के इस्तीफे इन नेताओं के पास कैसे पहुंचे और क्या ये स्वेच्छा से दिए गए थे। यह मामला 25 सितंबर 2022 का है, जब मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों के बीच कांग्रेस के 81 विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे सौंप दिए थे।
बीजेपी की याचिका पर सुनवाई
बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने जनहित याचिका दायर कर आरोप लगाया कि विधायकों से जबरन इस्तीफे लिए गए। राठौड़ ने विधानसभा अध्यक्ष से यह पूछने की मांग की कि शांति धारीवाल, महेश जोशी, महेंद्र चौधरी, रामलाल जाट, रफीक खान और संयम लोढ़ा के पास बाकी विधायकों के इस्तीफे क्यों और कैसे आए।
विधानसभा अध्यक्ष का बयान
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने जनवरी 2023 में अदालत को बताया कि 81 विधायकों ने अपने इस्तीफे वापस ले लिए थे। उनका कहना था कि इस्तीफे दबाव में दिए गए थे और स्वेच्छा से नहीं, इसलिए उन्हें खारिज कर दिया गया।
मामले की पृष्ठभूमि
25 सितंबर 2022 को सियासी संकट के बीच, तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल समेत अन्य नेताओं ने 81 विधायकों के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष को सौंपे। इनमें से पांच इस्तीफों की केवल फोटोकॉपी प्रस्तुत की गई थी। बाद में, 30 दिसंबर 2022 से 2 जनवरी 2023 के बीच विधायकों ने इस्तीफे वापस ले लिए।
हाईकोर्ट की पूछताछ
हाईकोर्ट ने अब इस घटनाक्रम पर संज्ञान लेते हुए छह नेताओं को नोटिस जारी किया और पूछा कि अगर इस्तीफे स्वेच्छा से नहीं दिए गए, तो वे इन नेताओं के पास कैसे पहुंचे। मामले की अगली सुनवाई जल्द होने की संभावना है।
यह विवाद राजस्थान की राजनीतिक हलचल को और गहरा करता है, जहां इस्तीफों और उनके वापस लेने को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।