चार दिवसीय क्रियाशील पुस्तकालय संवर्धन प्रशिक्षण का  शुभारंभ 

चार दिवसीय क्रियाशील पुस्तकालय संवर्धन प्रशिक्षण का  शुभारंभ 


जयपुर टाइम्स 
चूरू। जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान के कार्यानुभव प्रभाग में चार दिवसीय क्रियाशील पुस्तकालय संवर्धन प्रशिक्षण का शुभारम्भ मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी व डाईट प्राचार्य गोविंद सिंह राठौड़ के निर्देशन में हुआ। इस अवसर पर राठौड़ ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है। बच्चें जब पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ेंगे तो उनकी पढ़ने में रुचि जागृत होगी। उन्होंने कहा कि दीपावली अवकाश से पहले सभी विद्यार्थियों को पुस्तकालय से पुस्तक दी जाए, जिससे बच्चे अवकाश का सदुपयोग कर सकें। कार्यानुभव प्रभाग की प्रभाग अध्यक्ष उमा सारस्वत ने नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में पुस्तकालय की उपयोगिता की जानकारी दी। सारस्वत ने कहा कि जिस प्रकार नई शिक्षा नीति में पुस्तकालय में बच्चों की ओर से पुस्तकों के अध्ययन पर अधिक बल दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में सीएमडी प्रभाग अध्यक्ष कुसुम शेखावत ने बताया कि विद्यार्थियों के जीवन में पुस्तकों का महत्वपूर्ण स्थान है, उन्होंने प्राचीन समय में पुस्तकालय के रुचिकर उपयोग के बारे में जानकारी दी। पुस्तकालय के जोनल कोर्डिनेटर महेंद्र चौहान ने बताया कि चूरू जिले में टाटा ट्रस्ट के सहयोग से लगभग 100 विद्यालयों में पुस्तकालयों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें से 6 विद्यालयों  में मॉडल पुस्तकालय का निर्माण किया जा रहा है। शर्मा ने पुस्तकालय को रुचिकर बनाने के विभिन्न उपागम के बारे में जानकारी दी। इसी क्रम में संदर्भ व्यक्ति अशोक पारीक व आईदान शर्मा ने पुस्तकालयों को विद्यालय में किस प्रकार से और अधिक रुचिकर बनाया जा सकता है तथा उसकी उपयोगिता को बढ़ाया जा सकता है, इस विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में उपप्राचार्य नरेंद्र उपाध्याय व संदीप महरौलिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रशिक्षण में राजेंद्र शर्मा, भोजराज दाधीच, हंसराज मीणा, राजेश कुमार सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।