श्रद्धा पूर्वक डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर दी उन्हें श्रद्धांजलि

श्रद्धा पूर्वक डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर दी उन्हें श्रद्धांजलि


अलवर। जिला कांग्रेस कमेटी अलवर द्वारा भारतीय संविधान के शिल्पकार, शोषित एवं पीडि़त समाज के मसीहा, भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा ने बताया कि भारतीय संविधान के निर्माण के लिए डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में (1946) में संविधान सभा बनाई गई थी, जिसमें 389 सदस्य थे। उन सभी सदस्यों का संविधान के निर्माण में महत्व पूर्ण योगदान था। उसके महत्वपूर्ण सदस्यों में से बाबा साहब एक थे। हालांकि डॉ. भीमराव अंबेडकर को लोकप्रिय रूप से संविधान के निर्माता के रूप में जाना जाता है।
इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि डॉ. अम्बेडकर उस प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। जिसे संविधान का प्रारूप तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसी प्रकार बाबा साहेब के अलावा 6 अन्य सदस्य भी थे, हमें उनके योगदान को भी नहीं भूलना चाहिए। वहीं े26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान के उस प्रारूप को स्वीकार किया, जिसे डॉ बी आर आंबेडकर की अध्यक्षता में ड्राफ्टिंग कमेटी ने तैयार किया था। इसी रूप में संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ और भारत एक गणराज्य बना।
मिश्रा ने कहा कि डॉ बी आर अम्बेडकर की अध्यक्षता में बनी सात सदस्यीय कमेटी की देन है कि भारत के हर नागरिक को समान अधिकार है तथा पिछली पंक्ति में बैठने वाले अंतिम व्यक्ति का अंत्योदय हो रहा है, ओर पिछड़े, दलित, शोषित तथा पीडित कहे जाने वाले हमारे भाइयों  को समानता, स्वतंत्रता, विचार प्रकट करने तथा भाई चारे से इस देश में रहने का अधिकार है। वहीं देश की एकता और अखंडता अक्षुण्य बनी हुई है।
कार्यक्रम में योगेश मिश्रा, जयदीप आर्यन, अनवर साजिद, राजेश विरमानी, दुर्गा सिंह पार्षद, रामकिशन वर्मा, प्रशांत राजा, के सी मीना तथा कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।